लखनऊ, भारतीय जनता पार्टी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के विवादित बयान को लेकर शुक्रवार की नमाज के बाद देश के ज्यादातर शहरों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। कई जगहों पर प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया, जिसके बाद स्थानीय पुलिस ने प्रशासन के निर्देश पर सख्त कार्रवाई की. इसी क्रम में शनिवार को […]
लखनऊ, भारतीय जनता पार्टी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के विवादित बयान को लेकर शुक्रवार की नमाज के बाद देश के ज्यादातर शहरों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। कई जगहों पर प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया, जिसके बाद स्थानीय पुलिस ने प्रशासन के निर्देश पर सख्त कार्रवाई की. इसी क्रम में शनिवार को पश्चिम बंगाल में बदमाशों और पुलिस के बीच ताजा झड़प हुई, बदमाशों ने पुलिस पर पथराव किया. वहीं, स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े. वहीं झारखंड के रांची में जिला प्रशासन ने रविवार तक इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी है.
प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा को लेकर विश्व हिंदू परिषद का भी बयान अब सामने आया है. विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता आलोक तिवारी ने कहा है कि वीएचपी मार्गदर्शक मंडल की बैठक में इसे लेकर चर्चा की गई, उन्होंने राज्य और केंद्र की सरकार से प्रदर्शनकारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग की है, जिससे आगे ऐसा कुछ न हो.
प्रयागराज हिंसा में पुलिस ने आरोपितों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। एसएसपी अजय कुमार ने बताया कि 5000 अज्ञात व 70 नामजद आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। सभी के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट व रासुका के तहत कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, प्रयागराज हिंसा के मास्टरमाइंड जावेद अहमद उर्फ पंप को भी हिरासत में ले लिया गया है। उसे पूरी हिंसा का साजिशकर्ता बताया जाता है। उसके मोबाइल में कई अहम सबूत मिले हैं। उसकी बेटी दिल्ली में पढ़ती है। फिलहाल पुलिस भी उसकी भूमिका की जांच कर रही है।
पुलिस को ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के कुछ नेताओं पर भी शक है। उनकी भूमिका की गहराई से जांच की जा रही है। एसएसपी का कहना है कि हिंसा में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के साथ ही गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई की जाएगी।
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