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पैगंबर मोहम्मद विवाद को लेकर हिंसा की साजिश पाकिस्तान में रची गई थी

नई दिल्ली। देशभर में जुमे के दिन हिंसा भड़काने की साजिश के तार पाकिस्तान से जुड़ रहे हैं. डिजिटल फोरेंसिक रिसर्च एंड एनालिटिक्स सेंटर यानी DFRAC की एक नई रिपोर्ट में इस बात का दावा किया गया है कि पैगंबर मोहम्मद पर दिए गए नुपुर शर्मा के विवादित बयान के बाद पाकिस्तान ने ट्विटर के […]

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पैगंबर मोहम्मद विवाद को लेकर हिंसा की साजिश पाकिस्तान में रची गई थी
  • June 14, 2022 10:52 am Asia/KolkataIST, Updated 3 years ago

नई दिल्ली। देशभर में जुमे के दिन हिंसा भड़काने की साजिश के तार पाकिस्तान से जुड़ रहे हैं. डिजिटल फोरेंसिक रिसर्च एंड एनालिटिक्स सेंटर यानी DFRAC की एक नई रिपोर्ट में इस बात का दावा किया गया है कि पैगंबर मोहम्मद पर दिए गए नुपुर शर्मा के विवादित बयान के बाद पाकिस्तान ने ट्विटर के जरिए मुल्क में हिंसा फैलाने की साजिश की थी. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान के करीब 7 हजार से ज्यादा ट्विटर अकाउंट फेक न्यूज (Fake News) फैला कर देश में दंगा भड़काने और कराने की साजिश रच रहे थे.

बता दें कि सोशल मीडिया पर इस विवाद और हिंसा से जुड़े हैशटैग चल रहे थे. पता करने पर ये बात सामने आई है कि ये ज्यादातर हैशटैग पाकिस्तानी यूजर्स ने किए थे. इससे जाहिर होता है कि पाकिस्तान इस मामले को लेकर भारतीय मुसलमानों को भड़काने का काम कर रहा था. DFRAC ने अपनी रिपोर्ट में 60 हजार से ज्यादा टि्वटर यूजर्स के नेचर ऑफ पोस्ट और कमेंट बिहेवियर की एनालिसिस की है.

क्या था पाकिस्तानी प्रोपोगेंडा

दपअसल इस एनालिसिस में पाया गया है कि ट्विटर पर 60 हजार में से ज्यादातर यूजर्स के नॉन वेरिफाइड अकाउंट्स थे. इन अकाउंट्स के जरिए ज्यादातर हैशटैग में कमेंट किए थे. इनमें से करीब 7,100 लोग पाकिस्तान के रहने वाले थे. इससे साफ होता है कि पैगंबर विवाद से जुड़े हैशटैग को पाकिस्तान के टि्वटर अकाउंट्स से भी आगे बढ़ाया जा रहा है. वहीं 3,000 अकाउंट्स सऊदी अरब से थे. 2,500 अकाउंट्स भारत से, 1,400 मिस्र से और 1,000 से अधिक अमेरिका और कुवैत से थे.

पाकिस्तानी मीडिया ने भी चलाई गलत खबरें

गौरतलब है कि इस रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि पाकिस्तान के न्यूज चैनलों ने भारत से जुड़ी गलत खबरें चलाई हैं. ARY न्यूज ने चलाया कि ओमान के ग्रैंड मुफ्तीने भारतीय प्रोडक्ट के बहिष्कार की घोषणा कर दी है. जबकि रिपोर्ट में पाया गया कि मुफ्ती ने सिर्फ पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी की आलोचना की थी और सभी मुसलमानों को इसके खिलाफ एकजुट होने को कहा था. लेकिन उनका ‘बॉयकॉट इंडिया’ट्रेंड शुरू करने का ये दावा भ्रामक है. इसके अलावा पाकिस्तान के पूर्व राजदूत अब्दुल बासित ने बीजेपी से निकाले गए नेता नवीन जिंदल को लेकर भी गलत दावा किया. उन्होंने नवीन जिंदल को बिजनेसमैन जिंदल का भाई बताया.

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