जगन्नाथ मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पंक्ति व्यवस्था शुरू करने के खिलाफ एक सामाजिक-सांस्कृतिक संगठन के 12 घंटे के बंद के दौरान भड़की हिंसा में 9 पुलिसकर्मियों सहित 30 लोग घायल हो गए हैं. घायलों का इलाज नजदीकी अस्पताल में कराया जा रहा है. स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है.
नई दिल्ली. जगन्नाथ मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पंक्ति व्यवस्था शुरू करने के खिलाफ एक सामाजिक-सांस्कृतिक संगठन के 12 घंटे बंद के दौरान भड़की हिंसा में 9 पुलिसकर्मियों सहित 30 लोग घायल हो गए. पुलिस के मुताबिक, श्री जगन्नाथ सेना द्वारा शहर में बुलाया गया दिन भर का बंद उस समय हिंसक हो गया जब मंदिर में अनियंत्रित भीड़ घुस गई. उग्र भीड़ ने बैसी पहाचा और सिंह द्वार के पास लगे बैरिकेंडों को हटाकर श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन के कार्यालय में जमकर तोड़फोड़ की.
पुलिस द्वारा श्री जगन्नाथ सेना के संयोजक प्रियदर्शन पटनायक को हिरासत में लिये जाने के बाद संगठन की ओर से आयोजित बंद हिंसक हो गया. प्रदर्शनकारियों ने एक पुलिस चौकी और सिंहद्वार के नजदीक एक सूचना केंद्र में भी तोड़फोड़ की. इसके बाद टायरों को जला दिया गया और पत्थबाजी भी हुई. बताते चलें कि बीते सोमवार को पुरी मंदिर में पंक्ति व्यवस्था लागू किये जाने के तुरंत बाद संगठन ने बंद का एलान किया था.
जगन्नाथ सेना के संयोजक प्रियदर्शन पटनायक का कहना है कि जिस तरह से पुरी मंदिर में पंक्ति व्यवस्था लागू की जा रही है इससे बड़े पैमानें पर श्रद्धालुओं की भावनाएं आहत हो रही हैं. जगन्नाथ सेना के कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों ने पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए प्रियदर्शन पटनायक की तुरंत रिहाई की मांग की है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के मुताबिक हमले में कई ढांचों को व्यापक नुकसान पहुंचा है जिसके चलते स्थिति पर नियंत्रम करने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा.
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