इंफाल: मणिपुर में फिर से हिंसा की आग भड़क गई है जिसमें एक पुलिसकर्मी के साथ 5 लोगों की मौत हो चुकी है। इतना ही नहीं 12 लोग घायल हुए हैं। वहीं मणिपुर के कई क्षेत्रों में हिंसा के दौरान हुई फायरिंग में लोगों की मौत चुकी है। वहीं हाल ही में मणिपुर के सीएम […]
इंफाल: मणिपुर में फिर से हिंसा की आग भड़क गई है जिसमें एक पुलिसकर्मी के साथ 5 लोगों की मौत हो चुकी है। इतना ही नहीं 12 लोग घायल हुए हैं। वहीं मणिपुर के कई क्षेत्रों में हिंसा के दौरान हुई फायरिंग में लोगों की मौत चुकी है। वहीं हाल ही में मणिपुर के सीएम एन एन बीरेन सिंह ने अपने एक बयान में कहा था कि सुरक्षा बलों के साथ हिंसा में 40 कुकी जनजाति के आतंकी मारे गए हैं। मुख्यमंत्री के इस बयान के अगले ही दिन मणिपुर में फिर हिंसा हो गई।
मिली जानकारी के मुताबिक, ताजा हिंसा की घटना के पीछे कुछ उग्रवादी संगठनों के आतंकियों का हाथ बताया जा रहा है। बता दें कि आतंकियों ने अत्याधुनिक हथियारों से फायरिंग की, जिसका शिकार पुलिसकर्मी के साथ 5 लोगों की मौत हो गई है। वहीं पश्चिमी इंफाल जिले के फेंग क्षेत्र में हुई हिंसा में एक शख्स की मौत हुई है और एक घायल हो चुका है। साथ ही काकचिंग जिले के सुगनु क्षेत्र में हुई घटना में एक पुलिसकर्मी की मौत हुई है और एक पुलिसकर्मी घायल हो गया है। इस घटना में 6 नागरिक भी घायल हुए हैं।
कल रविवार (28 मई) सुबह सुगनु में ही एक भीड़ ने 5 गांवों में कुकी जनजाति के लोगों के घर आग के हवाले कर दिए। दरअसल मणिपुर के पश्चिमी इंफाल में ही बीजेपी के विधायक केएच रघुमनी सिंह के घर को गुस्साई भीड़ ने आग लगाकर राख कर दिया। काकचिंग जिले के सेरोउ, सुगनु में उग्रवादी संगठन के लोगों ने मैती समुदाय के करीब 80 घरों में आग लगा दी। जिसके बाद इलाके में पुलिस तैनात की गई। कुछ जगहों पर पुलिस और उग्रवादी संगठन के लोगों में मुठभेड़ की भी खबरें हैं।
दरअसल मणिपुर में विद्रोही संगठन बड़े हमले की तैयारी कर रहे हैं। बता दें कि सेना ने विद्रोही संगठनों के बीच हुई बातचीत को डिकोड किया है। जिससे सेना को पता चला है कि विद्रोही संगठन एक बड़े हमले की तैयारी कर रहे हैं और साथ ही उनकी योजना है कि उस हमले में लोगों को ढाल की तरह इस्तेमाल किया जाए। वहीं अब सेना भी इसे लेकर सतर्क हो गई है।