पश्चिम बंगाल। नूपुर शर्मा के विवादित बयान को लेकर पश्चिम बंगाल में लगातार दूसरे दिन हिंसक विरोध प्रदर्शन हुआ। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया। जवाब में पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़ कर भीड़ को तितर-बितर किया। जानकारी के मुताबिक ताजा घटनाक्रम हावड़ा के पंचला बाजार का है। यहां पुलिस और प्रदर्शनकारियों के […]
पश्चिम बंगाल। नूपुर शर्मा के विवादित बयान को लेकर पश्चिम बंगाल में लगातार दूसरे दिन हिंसक विरोध प्रदर्शन हुआ। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया। जवाब में पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़ कर भीड़ को तितर-बितर किया। जानकारी के मुताबिक ताजा घटनाक्रम हावड़ा के पंचला बाजार का है। यहां पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़प हुई।
हिंसा के मद्देनजर हावड़ा के राष्ट्रीय राजमार्गों और रेलवे स्टेशनों के कुछ हिस्सों में और उसके आसपास धारा 144 लागू कर दी गई है। अधिकारियों ने बताया कि 15 जून तक धारा 144 लागू रहेगी।
जुमे की नमाज के बाद यूपी के प्रयागराज, लखनऊ, सहारनपुर में भारी बवाल हो रहा है, यहाँ पथराव हुआ है और पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी दागे हैं. कोलकाता में भी भारी प्रदर्शन हो रहा है. यहाँ प्रदर्शनकारियों ने सड़क मार्ग के साथ ही साथ रेल मार्ग को भी बंद कर दिया है. दक्षिण पूर्व रेलवे की हावड़ा खड़गपुर मार्ग पर चेंगइल स्टेशन पर उग्रवादी भीड़ ने प्रदर्शन करना शुरू किया है जिसके कारण पूरी तरह से दक्षिण पूर्व रेलवे की सेवा बंद हो गई है. वहीं, हिंसा को देखते हुए 13 जून तक पश्चिम बंगाल के हावड़ा में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है.
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शनकारियों की धूलागढ़, पंचला और उलूबेरिया में पुलिस के साथ तब झड़प हुई जब उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग छह की नाकेबंदी जबरन खुलवाने की कोशिश की. रिपोर्ट्स के मुताबिक, उलुबेरिया में बीजेपी के एक कार्यालय में तोड़फोड़ की गई और उनके दफ्तर को आग के हवाले कर दिया गया.
हावड़ा के अलुबेरिया के नरेंद्र मोड़ के पास नेशनल हाईवे पर प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की एक गाड़ी को आग के हवाले कर दिया, वहीं मौके पर कई लोग विरोध करते भी नज़र आ रहे हैं. वहां पर रेल मार्ग भी प्रभावित हो गया है, फिलहाल इस समय दक्षिण पूर्व रेलवे की सेवा बंद हो गई है.
बांग्लादेश की राजधानी ढाका में भी अब नूपुर शर्मा के बयान के खिलाफ प्रदर्शन किया गया है. शुक्रवार की नमाज के बाद हजारों की संख्या में लोगों ने सड़क पर प्रदर्शन किया, नूपुर के खिलाफ नारेबाजी की और भारत सरकार का भी घेराव किया. वहीं, ढाका में 16 जून को भारतीय दूतावास को घेरने की बात भी कही गई.
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