Vijay Mallya On DRT: 9000 करोड़ रुपये लेकर देश छोड़ चुके कारोबारी विजय माल्या ने शुक्रवार को ट्वीट कर अपनी भड़ास निकाली है. विजय माल्या ने एक के एक चार ट्वीट करते हुए कहा कि मेरी अब तक 13000 करोड़ की संपत्ति अटैच की जा चुकी है.
लंदन. 9000 करोड़ रुपये लेकर भारत छोड़ ब्रिटेन में शरण लेने वाले कारोबारी विजय माल्या ने शुक्रवार की सुबह एक के बाद कई ट्वीट किए. इन ट्वीट में विजय माल्य ने भारतीय जांच एजेंसियों पर निशाना साधा है. अपने पहले ट्वीट में विजय माल्या ने लिखा कि डेब्ट रिकवरी ट्रिब्यूनल (DRT) के अधिकारियों ने हाल ही में 13000 करोड़ से अधिक की मेरी संपति अटैच की है. बैक मुझ पर 9000 करोड़ रुपये के नुकसान का दावा कर रहे हैं. बैकों के दावे अभी समीक्षा के अधीन है.
माल्या ने अपने अगले ट्वीट में लिखा कि हर सुबह सो कर उठते ही मुझे डीआरटी रिकवरी अधिकारियों द्वारा संपत्ति जब्त किए जाने की जानकारी मिलती है. अबतक 130000 करोड़ रुपये की मेरी संपति अटैच की जा चुकी है. माल्या ने अपने अगले ट्वीट में लिखा कि भारत में मेरी इतनी संपत्ति को अटैच किए जाने के बाद भी भारतीय बैकों ने इंग्लैंड में अपने वकीलों को मेरे खिलाफ भड़काऊ मुकदमों को आगे बढ़ाने का खुला लाइसेंस दे दिया है. अपने इस ट्वीट में माल्या ने भारतीय बैंकों पर सवाल उठाते हुए लिखा कि जनता के पैसों को कानूनी फीस पर इस तरह खर्च करने के पीछे जिम्मेदार कौन हैं?
The DRT Recovery Officer recently attaches my Group assets worth over 13,000 crores in India on behalf of the Consortium of Banks. Yet the narrative is that I ran away with the claimed amount of 9000 crores causing loss to the Public Sector Banks. Where is Justice or fair play ?
— Vijay Mallya (@TheVijayMallya) February 1, 2019
Every morning I wake up to yet another attachment by the DRT recovery officer. Value already crossed 13,000 crores. Banks claim dues including all interest of 9,000 crores which is subject to review. How far will this go and well beyond ? Justified ??
— Vijay Mallya (@TheVijayMallya) February 1, 2019
And despite all the attachments in India, Banks have given an open licence to their Lawyers in England to pursue multiple frivolous litigations against me. Who is accountable for spending Public money on Legal fees in such a brazen manner ?
— Vijay Mallya (@TheVijayMallya) February 1, 2019
And finally, the Banks Lawyers in England have objected in writing to my paying my legitimate tax dues to HMRC which I requested. Irony is Indian State Banks want my money in England to settle an Indian debt already secured and deny payment to the U.K. tax exchequer. Disgraceful.
— Vijay Mallya (@TheVijayMallya) February 1, 2019
अपने अंतिम ट्वीट में विजय माल्या ने लिखा कि इंग्लैंड में बैंकों के वकीलों ने मेरे द्वारा एचएमआरसी कर का बकाया भुगतान करने पर आपत्ति दर्ज कराई है. माल्या ने आगे लिखा कि भारतीय बैंक इंग्लैंड से मेरा पैसा चाहते हैं लेकिन यूके कर के भुगतान पर आपत्ति उठाते है. बताते चले कि विजय माल्या पर भारतीय बैकों का 9000 करोड़ रुपये लेकर भागने का आरोप है. इस मामले में भारतीय एजेंसियां माल्या को वापस लाने की तैयारी में जुटी है.