यूपी दिवस के मौके पर उप राष्ट्रपति वैंकेया नायडु ने राम राज्य का मतलब बताया. उन्होंने कहा कि जहां ना भय, ना भ्रष्टाचार और ना ही भेदभाव हो वही राम राज्य है. उन्होंने कहा कि राम राज्य की परिकल्पना महात्मा गांधी ने की थी. इसके साथ ही उप राष्ट्रपति ने कहा कि जब तक यूपी का विकास नहीं होता, देश का विकास भी नहीं हो पाएगा.
लखनऊ. उप राष्ट्रपति वैंकेया नायडू ने बुधवार को राम का नाम धर्म से न जोड़ने का आह्वान करते हुए कहा कि भय, भष्टाचार और भेदभाव से मुक्त शासन ही राम राज्य है. उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस पर उप राष्ट्रपित ने कहा कि राम राज्य के निर्माण के लिए सभी को जाति और मजहब की राजनीति से उठकर एकजुट होना पड़ेगा. पूरी दुनिया अब भारत की तरफ देख रही है. ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ भारत की नीति रही है इसलिए भारत ने कभी किसी पर हमला नहीं किया. भारत में रहने वाले सभी लोग भाई हैं, चाहे उनका धर्म और पूजा पद्धति कुछ भी हो.
उप राष्ट्रपति ने कहा कि जाति मजहब के आधार पर किसी पर हमला करना सही नहीं है, हर विषय को मजहब की दृष्टि से नहीं देखना चाहिए. भगवान राम का नाम भी धर्म से नहीं जोड़ना चाहिए. उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि राम को एक आदर्श व्यक्ति के रूप में देखना चाहिए. नायडू ने कहा कि महात्मा गांधी ने राम राज्य की परिकल्पना की थी. जहां ना भय, ना भ्रष्टाचार और ना ही भेदभाव हो वही राम राज्य है.
नायडू ने कहा कि देश को तेजी से आगे बढा़ने के लिए हमारे पास स्थिर सरकार और अच्छा माहौल है. हम सबको मिलकर काम करना चाहिए. यूपी की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि जब तक यह राज्य आगे नहीं बढ़ेगा, तब तक देश भी तरक्की नहीं करेगा. देश के सामने जो चुनौतियां हैं उनमें से कई उत्तर प्रदेश से जुड़ी हुई हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरफ इशारा करते हुए कहा कि उनके पास तो हमारे जैसा फैमिली का झंझट भी नहीं है. आप लोग ही उनका परिवार हैं. इस पर सीएम योगी आदित्यनाथ मुस्कुराए बगैर नहीं रह सके.
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