लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री और प्रदेश भाजपा के महामंत्री जेपीएस राठौर ने उमेश पाल के दोहरे हत्यकांड पर ऐसा बयान दे दिया है जिसे लेकर खूब चर्चा हो रही है. दरअसल उन्होंने उमेश पाल के हत्यारों को खुली चेतावनी दे दी है. उन्होंने कहा है कि अगर अपराधी पकड़े जाएं तो हाय-तौबा ना […]
लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री और प्रदेश भाजपा के महामंत्री जेपीएस राठौर ने उमेश पाल के दोहरे हत्यकांड पर ऐसा बयान दे दिया है जिसे लेकर खूब चर्चा हो रही है. दरअसल उन्होंने उमेश पाल के हत्यारों को खुली चेतावनी दे दी है. उन्होंने कहा है कि अगर अपराधी पकड़े जाएं तो हाय-तौबा ना मचाए, क्योंकि गाड़ी पलट भी सकती है.
मंत्री जेपीएस राठौर का यह बयान इस समय चर्चा में है. उन्होंने कहा था कि ‘मुख्यमंत्री जी ने सदन में ही ‘मिट्टी में मिला देंगे’ कह दिया था. इसकी शुरुआत अब हो चुकी है. योगी सरकार में मंत्री राठौर आगे स्पष्ट कहते हैं कि, ‘किसी भी तरह के अपराध और अपराधियों को बिल्कुल भी बख्शा नहीं जाएगा. आपने देखा प्रयागराज में क्या हुआ इससे सभी अपराधी डरे हुए हैं. विपक्ष के आरोपों पर वह पलटवार करते हुए कहते हैं, ‘विपक्ष का काम आरोप लगाना है. मैं कहता हूं कि प्रदेश में हर तरह का अपराध कम हुआ है. जब उनसे हत्याकांड के आरोपियों में शामिल सदाकत खान की भाजपा नेता के पति के साथ तस्वीर पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि जो भी दोषी होता उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी. उनके शब्दों में, दोषी किसी भी पार्टी का एक हो उसे बख्शा नहीं जाएगा.
गिरफ्तार षड्यंत्रकारी का नाम सदाकत (25) बताया जा रहा है जो पेशे से इलाहाबाद हाई कोर्ट का वकील है। पूछताछ में पता चला है कि हाई कोर्ट में वकालत की प्रैक्टिस से अधिक वह अपराधियों के साथ उठता बैठता है. इस हत्याकांड की योजना को अंतिम रूप दिए जाने के दौरान सदाकत के कमरे पर ही दूसरे दौर की बैठक हुई थीं. यह कमरा उसके प्रयागराज स्थित मुस्लिम हॉस्टल में है.
उमेश पाल हत्याकांड के आरोपियों में सबसे पहले नाम आता है गुजरात की साबरमती जेल में बंद अतीक अहमद का. फूलपुर लोकसभा सीट से पूर्व सांसद और माफिया अतीक अहमद का जुर्म की दुनिया से पुराना नाता है. जरायम की दुनिया से निकलकर उसने सियासत में हाथ आजमाया था. दिवंगत बसपा विधायक राजू पाल की हत्या में अतीक अहमद मुख्य आरोपी था. दूसरी ओर राजू पाल की पत्नी पूजा पाल का चचेरा भाई उमेश पाल इस हत्याकांड का मुख्य गवाह था जिसके सनसनीखेज मर्डर से इस समय पूरे सूबे में हलचल है. बताया जा रहा है कि इससे पहले भी अतीक अहमद ने उमेश पाल का अपहरण किया था. वह कई बार उमेश पाल को अपना बयान बदलने के लिए मजबूर कर चुका है. उमेश पाल उसपर कई बार मुकदमा भी दर्ज़ करवा चुके थे.