जयपुरः मुझे लग रहा है कि अब मैं राजनीति को अलविदा कह सकती हूं’। राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के इस बयान पर शुरू हुई सियासी चर्चें के बीच राजे का एक बड़ा बयान सामने आया है। शनिवार को झालरापाटन में उन्होंने साफ – साफ कहा कि मैं ये बात बहुत साफ करना चाहती […]
जयपुरः मुझे लग रहा है कि अब मैं राजनीति को अलविदा कह सकती हूं’। राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के इस बयान पर शुरू हुई सियासी चर्चें के बीच राजे का एक बड़ा बयान सामने आया है। शनिवार को झालरापाटन में उन्होंने साफ – साफ कहा कि मैं ये बात बहुत साफ करना चाहती हूं कि मैं कहीं नहीं जा रही हूं। संन्यास की बात अपने दिमाग में बिल्कुल मत रखना।
पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने कहा कि मेरे शब्दों की पकड़ा गया है लेकिन झालावाड़ हमारा परिवार है, इस परिवार के साथ हम बहुत सी बातें करते हैं। जिनके राजनीतिक मायने नहीं होते। उन्होंने कहा कि कल यानी 3 अक्टूबर को दिया मेरा बयान एक मां के तौर पर था। क्योंकि दुष्यंत के भाषण को देखकर मुझे खुशी हो रही थी।
दरअसल शुक्रवार को पूर्व सीएम वसुंधरा राजे सिंधिया नामांकन सभा को संबोधित कर रही थी। इस दौरान उन्होंने कहा मुझे लग रहा है कि अब मैं रिटायर हो रही हूं। मेरे बेटे सांसद दुष्यंत साहब को सुनकर मुझे लगता है कि आप लोगों ने अच्छी तरह से सिखाकर, कुछ प्यार से और कुछ आंख दिखाकर ऐसे रास्ते पर ला दिया है।
भाजपा प्रत्याशियों की सूची में नाम नहीं आने के कारण और पार्टी आलाकमान का रुख सामने नहीं आने तक वसुंधरा राजे को लेकर राजस्थान में संदेह बना हुआ है था। वहीं दूसरी तरफ सूची में बीजेपी ने राजे को प्रत्यासी घोषित कर दिया है। उनके समर्थक विधायक को भी प्रत्यासी बनाया गया है। इसके बाद से वसुंधरा प्रदेश की राजनीति में सक्रिय हो चुकी है। संन्यास के बयान पर हुई सियासी चर्चा के बाद उन्होंने एक बार फिर सीधी बात कहकर विरोधियों को कड़ा संकेत दिया है और उन्हें चुप कराने का प्रयास किया है।