नई दिल्ली. देश भर में कल किसानों के लिए बड़ी जीत का दिन था ऐसे में, किसानों के बीच हर्ष का माहौल है. बीते एक वर्ष से भी अधिक समय से चले आ रहे इस आंदोलन को आज नया रूप मिल गया है. तीनों कृषि कानून मोदी सरकार ने वापस ले लिए हैं. ऐसे में […]
नई दिल्ली. देश भर में कल किसानों के लिए बड़ी जीत का दिन था ऐसे में, किसानों के बीच हर्ष का माहौल है. बीते एक वर्ष से भी अधिक समय से चले आ रहे इस आंदोलन को आज नया रूप मिल गया है. तीनों कृषि कानून मोदी सरकार ने वापस ले लिए हैं. ऐसे में किसान दिल्ली के तमाम बॉर्डर और पूरे देश भर में जश्न मना रहे हैं, एक दुसरे का मुँह मीठा कर रहे हैं साथ ही नाचते गाते देखे जा रहे हैं. इस फैसले का भाजपा सांसद वरुण गांधी ( Varun Gandhi ) ने स्वागत किया है. इसे लेकर वरुण गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी भी लिखी है.
वरुण गांधी अक्सर ही किसानों के हित में आवाज़ उठाते रहे हैं, किसानों के भले के लिए उन्होंने हमेशा ही अपनी आवाज़ बुलंद की है, फिर चाहे इसके लिए उन्हें अपनी ही सरकार के खिलाफ प्रश्न क्यों न उठाने हो. वरुण गांधी ने पीएम मोदी के कृषि कानूनों की वापसी के ऐलान का स्वागत किया है. उन्होंने इस सन्दर्भ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक चिट्ठी भी लिखी.
इस चिट्ठी में उन्होंने लिखा, “तीन कृषि कानूनों (Farm Laws) को वापस लेने की घोषणा का मैं स्वागत करता हूं. मेरा विनम्र निवेदन है कि एमएसपी पर कानून बनाने की मांग व अन्य मुद्दों पर भी अब तत्काल निर्णय होना चाहिए, जिससे किसान भाई आंदोलन समाप्त कर सम्मान घर लौट जाएं. इस चिट्ठी में उन्होंने ये भी लिखा कि लखीमपुर खीरी घटना लोकतंत्र पर धब्बा है. इस मामले से जुड़े मंत्री के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. साथ ही सरकार को राष्ट्र हित में न्यूनतम समर्थन मूल्य की वैधानिक गारंटी देने की किसानों की मांग को स्वीकार करना चाहिए. 700 किसान इस आंदोलन के दौरान शहीद हुए हैं, उनके परिजनों को एक-एक करोड़ मुआवजा भी दें.”