वरुण गांधी ने ठुकराया ऑक्सफोर्ड का न्योता, कहा- ‘विदेश में देश की बात करने का शौक नहीं’

नई दिल्ली: इस समय देश भर की सियासत में कांग्रेस संसद राहुल गांधी द्वारा लंदन में दिए गए बयानों से गर्मी है. भाजपा लगातार राहुल गांधी के बयानों को लेकर उनपर हमलावर है और उनसे माफ़ी मांगने की मांग कर रही है. बीजेपी ने उनके माफ़ी मांगने तक देश भर में कैंपेन चलाने का ऐलान […]

Advertisement
वरुण गांधी ने ठुकराया ऑक्सफोर्ड का न्योता, कहा- ‘विदेश में देश की बात करने का शौक नहीं’

Riya Kumari

  • March 17, 2023 3:44 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली: इस समय देश भर की सियासत में कांग्रेस संसद राहुल गांधी द्वारा लंदन में दिए गए बयानों से गर्मी है. भाजपा लगातार राहुल गांधी के बयानों को लेकर उनपर हमलावर है और उनसे माफ़ी मांगने की मांग कर रही है. बीजेपी ने उनके माफ़ी मांगने तक देश भर में कैंपेन चलाने का ऐलान किया है. राहुल गांधी ने भी प्रेस वार्ता में ऐलान कर दिया है कि वह सत्ता पक्ष के सभी सवालों का जवाब सदन में आकर ही देंगे. इसी कड़ी में खबर सामने आ रही है कि भाजपा संसद वरुण गांधी को भी ब्रिटेन से न्योता आया है लेकिन उन्होंने इस न्योते से इनकार कर दिया है.

यह कहकर ठुकराया ऑफर

दरअसल मोदी सरकार की परफॉर्मेंस पर बोलने के लिए वरुण गांधी को ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में बुलाया गया है। वरुण गांधी ने बताया है कि उन्होंने ये न्योता ठुकरा दिया है. उन्होंने ये न्योता ये कहकर ठुकराया है कि उन्हें देश की बातें विदेश में करने का शौक नहीं है।

 

इस विषय पर करनी थी बात

 

पीलीभीत से बीजेपी सांसद वरुण गांधी को लंदन की प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी ऑक्सफोर्ड से भाषण देने का न्योता आया था. उन्हें The House Believes Modi Is On The Right Path विषय पर बोलने के लिए बुलाया गया था लेकिन उन्होंने ये न्योता ठुकरा दिया. ऑक्सफोर्ड के न्योते पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि इस तरह के मुद्दों को देश के भीतर ही उठाना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि विदेश में इसपर बात नहीं होनी चाहिए। उन्हें देश की बात विदेश में करने का शौक नहीं है। आगे वह कहते हैं कि उन्हें ऐसा लगता है कि देश के भीतर ही ऐसे मुद्दों पर बोलने के लिए आगे कई अवसर आएंगे।

उन्हें ही क्यों बेजा बुलावा

बता दें, उन्हें यह न्योता ऑक्सफोर्ड यूनियन के अध्यक्ष मैथ्यू डिक ने भेजा था जब ऑक्सफोर्ड यूनियन से पूछा गया कि उन्होंने वरुण गांधी को ही क्यों चुना तो उन्होंने कहा कि उन्होंने वरुण गांधी को लेकर ये फैसला इसलिए लिया है क्योंकि वह भारतीय राजनीति में सालों से सक्रिय रहे हैं. दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख सदस्य होने के नाते वह शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र के लिए काफी काम कर चुके हैं इसलिए उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बोलने का मौका दिया गया।

कारगिल युद्ध के साजिशकर्ता थे मुशर्रफ, 1965 में भारत के खिलाफ लड़े थे युद्ध

Parvez Musharraf: जानिए क्या है मुशर्रफ-धोनी कनेक्शन, लोग क्यों करते हैं याद

Advertisement