वाराणसी। यूपी की धर्मनगरी वाराणसी के श्रृंगार गौरी मामले में आज ज्ञानवापी मस्जिद का सर्वे शुरू हो चुका है. एडवोकेट कमिश्नर, उनके सहायक, वादी और प्रतिवादी के साथ ही दोनों पक्षों के वकील भी ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में सर्वे के लिए प्रवेश कर गए हैं. सर्वे के लिए मस्जिद परिसर में दाखिल हुए सभी लोगों […]
वाराणसी। यूपी की धर्मनगरी वाराणसी के श्रृंगार गौरी मामले में आज ज्ञानवापी मस्जिद का सर्वे शुरू हो चुका है. एडवोकेट कमिश्नर, उनके सहायक, वादी और प्रतिवादी के साथ ही दोनों पक्षों के वकील भी ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में सर्वे के लिए प्रवेश कर गए हैं. सर्वे के लिए मस्जिद परिसर में दाखिल हुए सभी लोगों के मोबाइल फोन जमा कर लिया गए हैं।
ज्ञानवापी मस्जिद में पहुंचते ही एडवोकेट कमिश्नर ने तहखाने का सर्वेक्षण शुरू कर दिया। तहखाने में कुल 4 कमरे हैं। इनमें से तीन कमरे मुस्लिम पक्ष और एक हिंदू पक्ष के पास है। तहखाने के दो कमरों का सर्वे पूरा कर लिया गया और अब तीसरे कमरे का सर्वे किया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि हिंदू पक्ष के पास जो तहखाना का जो कमरा है उसमें दरवाजा नहीं है. हिंदू पक्ष के पास जो कमरा है उसे खोलने के लिए चाबी की जरूरत ही नहीं पड़ी. सर्वेक्षण का कार्य शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा है. प्रशासन की बैठक में तहखाने में साप होने की आशंका जताते हुए सपेरों को भी बुला लिया गया है।
ज्ञानवापी मस्जिद के आसपास सुरक्षा के लिहाज से भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है। 500 मीटर के दायरे में सभी दुकानें बंद करा दी गई हैं।
वहीं विश्वनाथ मंदिर के गेट नंबर 4 से पहले ही कई जगह मीडिया को भी रोक दिया गया है. गौरतलब है कि सर्वे वीडियोग्राफी की कार्रवाई जारी रखने का आदेश देते समय सिविल जज सीनियर डिवीजन रवि कुमार दिवाकर ने प्रशासन को भी आदेश पालन कराने के निर्देश दिए थे।
एआईएमआईएम चीफ और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे को असंवैधानिक बताया है. उन्होंने कहा कि हमारे देश में कानून है कि 15 अगस्त 1947 को जो मंदिर, मस्जिद या चर्च जैसा था वो वैसा ही रहे हैं।
बता दें कि वाराणसी में सभी पक्षकारों के मोबाइल फोन को चौक थाने में जमा कराया गया है. कार्यवाही की जानकारी गुप्त रखने के लिए मोबाइल जब्त किए गए है ।
वाराणसी में मुस्लिम पक्ष के वकील अभय नाथ यादव सर्वे में शामिल नहीं हुए. अभय नाथ यादव का मोबाइल बंद है. मुस्लिम पक्ष के वकील अपने निजी कार्यक्रम में शामिल होने गांव गए हैं।
also read;-
कांग्रेस चिंतन शिविर: 5 साल काम करने पर मिलेगा टिकट, एकमत से पास हुआ प्रस्ताव