Uttarkashi Tunnel Collapse: उत्तरकाशी में सिल्क्यारा टनल मामले पर सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने जारी की एडवाइजरी

उत्तरकाशी/देहरादून: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सिल्क्यारा टनल (Uttarkashi Tunnel Collapse) के अंदर 12 नवंबर की सुबह से 41 मजूदर फंसे हुए हैं। उन्हें बचाने के लिए पिछले 9 दिन से चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन में काफी रुकवाटें आ रही हैं। श्रमिकों को बचाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञ भी उत्तरकाशी पहुंचे हुए हैं। इस बीच भारतीय […]

Advertisement
Uttarkashi Tunnel Collapse: उत्तरकाशी में सिल्क्यारा टनल मामले पर सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने जारी की एडवाइजरी

Manisha Singh

  • November 21, 2023 4:22 pm Asia/KolkataIST, Updated 12 months ago

उत्तरकाशी/देहरादून: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सिल्क्यारा टनल (Uttarkashi Tunnel Collapse) के अंदर 12 नवंबर की सुबह से 41 मजूदर फंसे हुए हैं। उन्हें बचाने के लिए पिछले 9 दिन से चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन में काफी रुकवाटें आ रही हैं। श्रमिकों को बचाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञ भी उत्तरकाशी पहुंचे हुए हैं। इस बीच भारतीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने निजी सैटेलाइट टीवी चैनल्स के लिए एक एडवाइजरी जारी की है। इसमें कहा गया है कि देश की कई बड़ी एजेंसियां श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए अथक प्रयास कर रही हैं। यह मामला बहुत संवेदनशील है।

सूचना और प्रसारण मंत्रालय की एडवाइजरी 

1. बचाव ऑपरेशन्स से संबंधित वीडियो फुटेज और अन्य तस्वीरें टीवी चैनल्स द्वारा टेलीकास्ट करना, खासकर कैमरों और अन्य उपकरणों को बचाव ऑपरेशन्स साइट के करीब रखकर, चल रहे ऑपरेशन पर पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है।

2. इसे ध्यान में रखते हुए, टेलीविजन चैनल्स से सुझाव दिया जाता है कि वे मुद्दे को अत्यधिक रूप से आकर्षक बनाने और टनल साइट, जहां पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है, के बेहद करीब से कोई भी लाइव पोस्ट या वीडियोज लेने से बचें। साथ ही सुनिश्चित करें कि उनके कैमरामैन, रिपोर्टर्स, या ऑपरेशन्स साइट के बीच या आस-पास रखे उपकरण किसी भी तरह से विभिन्न एजेंसियों द्वारा जिंदगियों को बचाने के काम में बाधा न बने।

3. इसके साथ ही, मुद्दे पर रिपोर्टिंग के दौरान एहतियाती और संवेदनशील रहने के लिए सुझाव दिया जाता है, विशेषकर हेडलाइंस, वीडियो और छवियों को बाहर करने में। ऑपरेशन्स की संवेदनशील प्रकृति और परिवार के सदस्यों के मानसिक स्थिति के सात ही अपने दर्शकों का भी ध्यान में रखते हुए कोई कदम उठाए जाएं।

यह भी पढ़ें: Uttarkashi Tunnel Collapse Explained: टनल में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए मंगाए गए रोबोट, जानिए अब तक क्या-क्या हुआ

केंद्र सरकार बनाए हुए है निगाह

वहीं, केंद्र सरकार भी रेस्क्यू अभियान पर अपनी निगाह बनाए हुए है। केंद्र के कई बड़े अफसर लगातार उत्तरकाशी (Uttarkashi Tunnel Collapse) पहुंच रहे हैं। बताया जा रहा है कि ये अधिकारी सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रिपोर्ट कर रहे हैं। सुरंग में फंसे मजदूरों की सलामती के लिए देशभर में हवन-पूजन किया जा रहा है। बीजेपी नेता विजय गोयल ने सोमवार को दिल्ली के हनुमान मंदिर में हवन किया है।

Advertisement