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Uttarkashi:मजदूरों का हौसला बनाए रखने में काम आया ये तरिका, आईटीए के अध्यक्ष आर्नेल्ड ने की सराहना

नई दिल्लीः सुरंग में फंसे 41 मजदूरों का हौसला बढ़ाने रखने में कोविड का फॉर्मूला भी काम आया। जिला अस्पताल में कार्यरत वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. प्रेम पोखरियाल ने बताया कि कोरोना काल में कोरोना से संक्रमित मरीजों को यह कहा जा रहा था कि ईश्वर आपके साथ हैं। सब आपकी सहायता कर रहे हैं। आप […]

Uttarkashi:मजदूरों का हौसला बनाए रखने में काम आया ये तरिका, आईटीए के अध्यक्ष आर्नेल्ड ने की सराहना
inkhbar News
  • November 23, 2023 12:02 pm Asia/KolkataIST, Updated 1 year ago

नई दिल्लीः सुरंग में फंसे 41 मजदूरों का हौसला बढ़ाने रखने में कोविड का फॉर्मूला भी काम आया। जिला अस्पताल में कार्यरत वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. प्रेम पोखरियाल ने बताया कि कोरोना काल में कोरोना से संक्रमित मरीजों को यह कहा जा रहा था कि ईश्वर आपके साथ हैं। सब आपकी सहायता कर रहे हैं। आप जल्दी बाहर आओगे। यहां भी इन्हीं शब्दों ने मजदूरों का ढ़ाढस बढ़ाया। डॉ. पोखरियाल उन चिकित्सकों में शामिल हैं जिन्हें सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 मजदूरों के स्वास्थ्य पर नजर रखने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। उन्होंने कहा कि कोरोना मरीजों को खुद पर विश्वास रखने के साथ यह कहते थे कि आप विजयरत्न हो, ईश्वर आपके साथ है। सब आपकी सहायता कर रहे हैं।

आईटीए अध्यक्ष आर्नोल्ड ने की रेस्कियू ऑपरेशन की सराहना

इंटरनेशनल टनलिंग एंड अंडरग्राउंड स्पेस एसोसिएशन (आईटीए) के प्रमुख प्रो.आर्नोल्ड डिक्स ने सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को बचाने के लिए चलाए जा रहे रेस्क्यू ऑपरेशन की सराहना की है। उन्होंने कहा कि सुरंग से जुड़े हादसों में जब वह बचाव के लिए पहुंचते हैं तो ज्यादातर में अंदर फंसे लोगों की जान जा चुकी होती है। जबकि यहां वह जिंदा है और उन्हें बहार निकालने के लिए रात-दिन मेहनत किए जा रहे हैं। आईटीए के अध्यक्ष प्रो. आर्नोल्ड डिक्स ने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन में अंदर फंसे लोगों को बचाने के लिए विभिन्न विकल्पों पर एक साथ काम किया जा रहा है। प्रत्येक विकल्प में खतरे को ध्यान में रखकर काम किया जा रहा है।

12 नवंबर को मजदूर ने बदले थे कपड़े

बता दें कि 12 नवंबर से सुरंग के भीतर फंसे 41 मजदूरों ने बुधवार को ब्रश किया और कपड़े भी बदले। मजदूरों के लिए जरूरी खाने – पीने की सामग्री के साथ ही कपड़े और दवाइयां भी भेजी गई। एनएचआईडीसीएल के एमडी महमूद अहमद ने बताया कि चार और छह इंच के लाइफ पाइप से लगातार मजदूरों को खाने – पीने की सामग्री भेजी जा रही है। उन्होंने कहा कि बुधवार को उन्हें रोटी, सब्जी, खिचड़ी, दलिया, संतरे और केले भेजे गए।