उत्तरकाशी: उत्तराखड के उत्तरकाशी में गुरुवार और शुक्रवार की रात मनेरी डेम के पास बाढ़ आ गई. बाढ़ की वजह से नदी का जलस्तर बढ़ गया, जिसके चलते एक टापू पर कुछ लोग फंस गए. इस बात की खबर जैसे ही एसडीआरएफ टीम को दी गई तो वे मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया […]
उत्तरकाशी: उत्तराखड के उत्तरकाशी में गुरुवार और शुक्रवार की रात मनेरी डेम के पास बाढ़ आ गई. बाढ़ की वजह से नदी का जलस्तर बढ़ गया, जिसके चलते एक टापू पर कुछ लोग फंस गए. इस बात की खबर जैसे ही एसडीआरएफ टीम को दी गई तो वे मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया. जानकारी के के मुताबिक सभी लोगों को सुरक्षित टापू से निकाल लिया गया है और वे सभी ठीक है. एसडीआरएफ की टीम के एक अधिकारी ने बताया कि घटनास्थल पर पहुंचने के बाद पता चला कि टापू पर फंसे लोग दैनिक मजदूरी करते हैं और मनेरी डेम के पास ही निवास करते हैं.
बाढ़ आने की वजह से नदी का जलस्तर बढ़ गया जिसके चलते वैकल्पिक मार्ग बह गया, जिससे वह टापू के दूसरी ओर फंस गए. SDRF टीम ने देर रात घनघोर अंधेरे में भी बड़ी ही सूझबूझ से यह ऑपरेशन चलाया और सभी लोगों को रेस्क्यू किया। SDRF ने विषम परिस्थितियों में भी रस्सी की सहायता से रिवर क्रॉसिंग पुल बनाकर बारी-बारी से सभी लोगों को टापू से रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर लाया गया.
बता दें धार्मिक नगरी उत्तरकाशी में इनदिनों लगातार यात्रियों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हो रही है. श्रद्धालु बड़ी संख्या में यहां धामों के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. यमुनोत्री ओर गंगोत्री धाम में इसके चलते वाहनों की भीड़ लगी हुई है. वैश्विक महामारी कोरोना के चलते पिछले दो साल से बंद पड़ी यात्रा में इस बार रिकॉर्ड यात्री आ रहे हैं. गंगोत्री और यमुनोत्री धाम तक वाहनों की लंबी भीड़ लगी हुई है. भीड़ के चलते लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.