लखनऊ, UP Cabinet उत्तरप्रदेश में आज यानी शुक्रवार को सरकार का गठन होने जा रहा है। कल हुई विधायक दल की बैठक में योगी आदित्यनाथ को पुनः सूबे की कमान सौंपी गई है। आज योगी आदित्यनाथ आधिकारिक तौर पर सीएम पद की शपथ लेंगे. फिलहाल योगी कैबिनेट में कितने मंत्री होंगे और किसका पत्ता कटेगा, कितने डिप्टी सीएम होंगे ये सवाल सभी के जहन में है। इसके साथ ही लोग ये भी जानना चाहते है कि नई सरकार में केशव प्रसाद मौर्य का क्या रोल होगा और दिनेश शर्मा इस बार किस भूमिका में रहेंगे. यूपी में फिलहाल यही सब बातों का दौर चल रहा है और हर गली-टपरी से लेकर बड़े-बड़े नेताओं तक , हर कोई जानना चाहता है कि योगी कैबिनेट में कौन मंत्री बनेगा. पार्टी की ओर से अभी तक मंत्रिमण्डल को लेकर कोई भी आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। लेकिन सियासी गलियारों में इस बात की चर्चा है कि योगी कैबिनेट में बहुत अधिक बदलाव नहीं होगा, 2017 की भांति ही मंत्रिपरिषद का गठन होगा.
खबरों के मुताबिक यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा बने रहेंगे। इस बार उपमुख्यमंत्रियों की लिस्ट में एक नया नाम जुड़ सकता है, जो हैं बेबीरानी मौर्य।जानकारी के मुताबिक दिनेश शर्मा ब्राह्मण चेहरे को रिप्रेजेंट करेंगे, केशव प्रसाद मौर्य पिछड़ी जातियों और बेबीरानी मौर्य को दलित चेहरे के तौर पर नई कैबिनेट में मौका मिल सकता है. वहीं पहले ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि पार्टी केशव प्रसाद मौर्य के चुनाव हारने के उन्हें दिल्ली भेज सकती है, लेकिन अभी ऐसा होता हुआ नही दिख रहा है। दरअसल, बीजेपी 2024 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर मौर्य को सूबे में ही रखना चाहती है। इसके साथ ही इस बात की भी चर्चाएं थी कि स्वतंत्रदेव सिंह को सरकार में शामिल किया जा सकता है। लेकिन अब खबर है कि फिलहाल वह संगठन में ही रहेंगें.
यूपी में बेबीरानी मौर्य के उपमुख्यमंत्री बनने के आसार इसलिए ज़्यादा हैं, क्योंकि वे पार्टी की वरिष्ठ नेताओं में से एक है साथ ही वे पार्टी में बड़ा दलित चेहरा भी हैं. बीजेपी को 22 में दलितों ने बहुमत से जिताया है और इसी तरह की उम्मीद पार्टी 2024 में कर रही है। इसलिए पार्टी 24 के लिहाज से बेबीरानी मौर्य को उपमुख्यमंत्री का पद दे सकती है।
योगी सरकार में मंत्रियों की बात करें तो पंकज सिंह, दयाशंकर सिंह, राजेश्वर सिंह, असीम अरुण, शलभमणि त्रिपाठी को नए मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है. वहीं 2017 की कैबिनेट में पुराने मंत्रियों के नाम लगभग तय माने जा रहे है. पार्टी के लिए सबसे बड़ी मुसीबत है सहयोगी दलों की हिस्सेदारी सुनिश्चित करना है. संजय निषाद डिप्टी सीएम बनना चाहते है। जब से चुनाव के नतीजे आए हैं, तब से अब तक कई बार उपमुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए उन्होंने दावेदारी ठोंकी है.
खबरों के मुताबिक पार्टी संतुलन बनाने के लिए निषाद और अपना दल के कोटे से एक-एक मंत्री बना सकती है। वहीं अगर बात नहीं बनी तो पार्टी अपना दल से दो मंत्री बना सकती है। माना जा रहा है कि योगी सरकार का मंत्रिमण्डल सभी वर्गों का समूचित प्रतिनिधित्व दिखाने वाली हो सकती है, जिससे कि पार्टी को 24 में फायदा हो। नए मंत्रिमंडल में क्षेत्रिय संतुलन का भी ख्याल रखा जाएगा.
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