लखनऊ। केंद्र सरकार द्वारा लाई गई भर्ती योजना अग्निपथ को लेकर देशभर में युवाओं का विरोध-प्रदर्शन जारी है।इसी बीच आज कई छात्र संगठनों ने भारत बंद का ऐलान किया है। विपक्षी पार्टियां भी लगातार इस योजना को लेकर केंद्र सरकार पर हमलावर है। इस बीच उत्तर प्रदेश की पूर्व सीएम और बहुजन समाज पार्टी की […]
लखनऊ। केंद्र सरकार द्वारा लाई गई भर्ती योजना अग्निपथ को लेकर देशभर में युवाओं का विरोध-प्रदर्शन जारी है।इसी बीच आज कई छात्र संगठनों ने भारत बंद का ऐलान किया है। विपक्षी पार्टियां भी लगातार इस योजना को लेकर केंद्र सरकार पर हमलावर है। इस बीच उत्तर प्रदेश की पूर्व सीएम और बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने अग्निपथ योजना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सरकार की इस योजना को तुलना नोटबंदी और लॉकडाउन से कर दी है. बसपा प्रमुख मायावती ने केंद्र में बैठी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि ये योजना अचानक जबरदस्ती थोपी जा रही है. मायावती ने सरकार को सलाह देते हुए कहा कि “सरकार अहंकारी रवैये से बचे.” यूपी की पूर्व सीएम मायावती ने बीजेपी नेताओं का नाम लिखे बिना उनके विवादित बयानों पर भी टिप्पणी की है. मायावती ने एक ट्वीट में कहा- “बीजेपी नेता अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं, वह घोर अनुचित है.
बता दें कि बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि “केन्द्र की अग्निपथ नई सैन्य भर्ती स्कीम देश की सुरक्षा व फौजी के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान से जुडी होने के बावजूद बीजेपी के नेता जिस प्रकार से अनाप-शनाप व अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं वह घोर अनुचित. जनता में भ्रम व सेना के लिए मुश्किलें पैदा करने वाली संकीर्ण राजनीति तुरन्त बंद करें सरकार.
दरअसल मायावती ने कहा कि – “देश को अचंभित करने वाली नई ’अग्निपथ’ सैन्य भर्ती योजना, सरकार द्वारा नोटबन्दी व तालाबन्दी आदि की तरह ही, अचानक व काफी जल्दबाजी में थोपी जा रही है, जिससे प्रभावित होने वाले करोड़ों युवा व उनके परिवार वालों में काफी गुस्सा है. सरकार इनके प्रति भी अहंकारी रवैये से बचे.”
गौरतलब है कि इंदौरा में रविवार को बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने अपनी टिप्पणी में कहा था कि पार्टी कार्यालय में सुरक्षा गार्ड की नौकरी देने के लिए वह ‘अग्निवीरों’ को प्राथमिकता देंगे. दरअसल केन्द्र सरकार ने सेना में भर्ती की ‘अग्निवीर योजना’ के तहत साढ़े 17 साल से 21 साल के युवाओं को चार साल के लिए सेना में भर्ती करने की बात कही है, जिसे लेकर पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हो रहा है.
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