पाकिस्तानी नंबर से विधायकों को देते थे धमकी, विशेष कार्य बल ने छह को दबोचा

नई दिल्ली: हरियाणा के 4 मौजूदा और पंजाब के 3 पूर्व विधायकों को जान से मारने की धमकी देने व रंगदारी मांगने के मामले में एसटीएफ ने अलग-अलग जगहों से छह बदमाशों को गिरफ्तार किया है। इसके बाद बदमाशों के पाकिस्तान कनेक्शन का भी पर्दाफाश किया है। आरोपियों की पहचान बिहार के बेतिया निवासी दुलेश […]

Advertisement
पाकिस्तानी नंबर से विधायकों को देते थे धमकी, विशेष कार्य बल ने छह को दबोचा

Deonandan Mandal

  • August 1, 2022 12:57 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली: हरियाणा के 4 मौजूदा और पंजाब के 3 पूर्व विधायकों को जान से मारने की धमकी देने व रंगदारी मांगने के मामले में एसटीएफ ने अलग-अलग जगहों से छह बदमाशों को गिरफ्तार किया है। इसके बाद बदमाशों के पाकिस्तान कनेक्शन का भी पर्दाफाश किया है। आरोपियों की पहचान बिहार के बेतिया निवासी दुलेश आलम, यूपी के बस्ती निवासी बदरे आलम, बिहार के गोपालगंज निवासी अमित यादव उर्फ राधेश्याम, मोतीहारी निवासी सद्दीक अनवर, मिुजफ्फरपुर निवासी सनोज कुमार और बेतिया जिले के निवासी कैश आलम के रूप में हुई।

विशेष कार्य बल सभी को 8 दिन की रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है। STF के आईजी (मुख्यालय) सतीश बालन और एसपी सुमित कुमार के अनुसार दुलेश आलम और बदरे आलम को मुंबई तथा 4 अन्य बदमाशों को बिहार के मुजफ्फरपुर से पकड़ा गया है।

इन्होंने सफीदों से कांग्रेस विधायक सुरेंद्र पंवार, कांग्रेस विधायक सुभाष गांगोली, सढौरा से कांग्रेस विधायक रेणुबाला व सोहना से भाजपा विधायक संजय सिंह को फोन कर रंगदारी मांगी और जान से मारने की धमकी दी थी। इसके अलावा राजकुमार भद्रा, ओपी सैनी, विधायक रेणुबाला व पूर्व विधायक कृष्णदेव भंडारी को भी फोन कर धमकी दी और रंगदारी मांगी थी।

पाकिस्तान के इशारे पर कर रहे थे काम

बदमाशों ने गोल्डी बराड़, नीरज बवाना, लॉरेंस बिश्नोई समेत अन्य गैंगस्टर का भी नाम लिया था, लेकिन इनमें से किसी का भी धमकी के मामले से कोई संबंध नहीं है। आईजी सतीश बालान ने कहा कि बदमाशों ने प्रदेश के 4 विधायकों को 24 से 28 जून के बीच धमकी दी थी। पाकिस्तान में बैठे कुछ लोग जो इन भूमिकाओं में मध्य पूर्व देशों के नंबरों से कॉल कराते थे।

आरोपियों से बरामद सामान

विशेष कार्य बल के एसपी सुमित कुमार ने कहा कि करीब 15 दिन चले ऑपरेशन के दौरान फोन नंबरों की प्राविधिक जांच में 5 टीमों ने अलग-अलग कार्य किया। जिसमें दुलेश आलम व बदरे आलम के पास से 20 पासबुक, चेकबुक, 18 एटीएम कार्ड, 14 फर्जी सिम, एक डायरी व 5 मोबाइल फोन भी बरामद हुए हैं। बिहार से गिरफ्तार 4 अन्य आरोपियों से 2 पासबुक, चेक बुक, 2 डायरी, 1 रजिस्टर, 42 मोबाइल सिम, 19 मोबाइल फोन, 37 एटीएम कार्ड समेत 3.97 लाख रुपये बरामद हुए हैं।

Vice President Election 2022: जगदीप धनखड़ बनेंगे देश के अगले उपराष्ट्रपति? जानिए क्या कहते हैं सियासी समीकरण

Advertisement