मध्य प्रदेश में छात्राओं ने हॉस्टल की वॉर्डन पर आरोप लगाया है कि उन्होंने पीरियड्स जांचने के लिए केयर टेकर से उनके शरीर की जांच कराई. वीसी ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं. वहीं केयर टेकर और वॉर्डन ने आरोपों को झूठा बताया है.
सागर. मध्य प्रदेश के सागर जिले में स्थित डॉ. एच एस गौर सेंट्रल यूनिवर्सिटी की छात्राओं ने वाइस चांसलर से अपने साथ हुई अभद्रता की शिकायत की. वाइस चांसलर के घर शिकायत लेकर पहुंचीं छात्राओं ने कहा कि हॉस्टल के कॉरीडोर में एक यूज्ड सेनेटरी नैपकिन पाए जाने पर उनके शरीर की जांच की गई. विवि के वीसी प्रोफेसर आर पी तिवारी ने छात्राओं की शिकायत के आधार पर मामले की जांच के आदेश दिए हैं.
छात्राओं का आरोप है कि हॉस्टल की एक केयर टेकर ने वॉर्डन के आदेश पर उनके शरीर की जांच कर यह पता लगाने की कोशिश की कि किस छात्रा को पीरियडस् चल रहे हैं. वार्डन का मानना था कि जिस छात्रा को पीरियड्स आ रहे होंगे उसी ने यह यूज किया हुआ सेनेटरी नैपकिन छोड़ा होगा. छात्राओं की शिकायत पर वीसी से जांच के लिए कमिटी बनाने का आदेश दिया है. यह कमिटी तीन दिन में रिपोर्ट देगी.
वीसी ने कहा कि रविवार सुबह करीब 50 छात्राएं उनके घर पहुंचीं. उन्होंने शिकायत की कि उनके शरीर की जांच कर यह पता लगाने की कोशिश की गई कि किसके पीरियड्स चल रहे हैं. वीसी ने कहा कि मैंने हॉस्टल की वॉर्डन चंदा बेने से पूछा तो उन्होंने इन आरोपों पर सिरे से इंकार कर दिया. वहीं केयर टेकर संध्या पटेल ने भी किसी भी छात्रा की बॉडी सर्च करने के आरोपों से इंकार कर दिया. अब एक कमिटी इस मामले की जांच कर तीन दिन में रिपोर्ट देगी. जो भी आरोपी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
अक्षय कुमार की फिल्म पैडमैन को नहीं देखा तो होगा अफसोस, ये 5 कारण फिल्म को बनाएंगे ब्लॉकबस्टर
सरकार ने लॉन्च किए बायोडिग्रेडेबिल सैनेटरी पैड, ढाई रुपये की कीमत पर होंगे उपलब्ध