नई दिल्ली। चीन के जासूसी गुब्बारे को कुछ दिन पहले ही अलास्का के पास अलेउतियन आईलैंड के ऊपर देखा गया था। इसके बाद ये बैलून यहां से उत्तर-पश्चिम कनाडा होते हुए मोंटाना शहर में पहुंचा था। इस पर चीन का कहना था कि, बैलून अपना रास्ता भटक गया था। लेकिन अब अमेरिका ने इसे मार […]
नई दिल्ली। चीन के जासूसी गुब्बारे को कुछ दिन पहले ही अलास्का के पास अलेउतियन आईलैंड के ऊपर देखा गया था। इसके बाद ये बैलून यहां से उत्तर-पश्चिम कनाडा होते हुए मोंटाना शहर में पहुंचा था। इस पर चीन का कहना था कि, बैलून अपना रास्ता भटक गया था। लेकिन अब अमेरिका ने इसे मार गिराया है।
अमेरिका के ऊपर चीन का जासूसी गुब्बारा मंडरा रहा था। अब अमेरिका ने इसे मार गिराया है। ऐसा कहा जा रहा है कि अमेरिका के इस कार्रवाई के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ सकता हैं। अमेरिकी प्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका ने समुद्र के ऊपर इस गुब्बारे को निशाना लगा कर मार गिराया है। इसके गिरने के बाद अब मलबे को इकट्ठा किया जा रहा है।
बता दें कि अमेरिका के वायुसेना द्वारा ये कार्रवाई की गई है। जासूसी गुब्बारे को उत्तरी अमेरिका में संवेदनशील सैन्य स्थानों को पार करने के बाद निशाना लगाया था। न्यूज एजेंसी की एक रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका द्वारा ये कार्रवाई किए जाने के बाद चीन ने सख्त अंसतोष जताया है।
जासूसी गुब्बारे को लेकर चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा था कि ये एक सिविल यूज बैलून था, इसका इस्तेमाल मौसम से जुड़ी रिसर्च करने के लिए किया जाता है। बैलून दिशा भटककर अमेरिकी एयरस्पेस में पहुंच गया। चीन ने इसके लिए खेद भी जताया था। वहीं, अमेरिका को चीन की ये सफाई रास नहीं आ रही थी। इस बीच अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने चीन का दौरा रद्द करने का निर्णय लिया।