नई दिल्ली: अमेरिका एक बार फिर गोलीबारी की घटना से दहल गया है। यहां के टेक्सास में एक स्कूल में हमलावर ने बच्चों को अपना निशाना बनाया जिसमें करीब 18 बच्चों समेत कुल 21 लोगों की मौत हो गई। इस हमले को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने देश को संबोधित किया। जिसमें उन्होंने […]
नई दिल्ली: अमेरिका एक बार फिर गोलीबारी की घटना से दहल गया है। यहां के टेक्सास में एक स्कूल में हमलावर ने बच्चों को अपना निशाना बनाया जिसमें करीब 18 बच्चों समेत कुल 21 लोगों की मौत हो गई। इस हमले को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने देश को संबोधित किया। जिसमें उन्होंने इस घटना को नरसंहार बताया।
राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा कि – मैं राष्ट्रपति बनने के बाद ऐसा संबोधन कभी भी नहीं करना चाहता था. उन्होंने उन तमाम परिवारों के प्रति संवेदना जताई जिनके बच्चों की इस घटना में मौत हुई है। इसके अलावा
बाइडेन ने पिछले कुछ सालों में अमेरिका के स्कूलों पर हुए हम लोग का भी जिक्र इस संबोधन में किया।
बता दें कुछ समय पहले ऐसी ही एक घटना सामने आई थी जहां एक युवक ने सुपर मार्केट में कुछ लोगों को खुलेआम मौत के घाट उतार दिया था और बाद में खुद को गोली मार दी थी।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि यह सब मैं देख कर थक चुका हूं, मैं सभी पेरेंट्स और लोगों से अपील करना चाहता हूं कि यह समय अब कुछ करने का है। हम इसे ऐसे ही भूल नहीं सकते हैं। हमें इसके लिए कुछ ज्यादा करना होगा। उन्होंने कहा कि हमें इस दर्द को एक्शन में बदलने की जरूरत है। जो बाइडेन ने कहा कि अमेरिका में गन मार्किट काफी तेजी से बढ़ रहा है और कोई नही खुलेआम किसी को गोली मार रहा है। ये गलत है, हमे इसके लिए जल्द कोई कानून बनाना होगा। उन्होंने कहा यदि ऐसा चलता रहा तो कोई भी पेरेंट्स अपने बच्चों को नहीं देख पाएंगे।
राष्ट्रपति ने आगे कहा कि मासूम दिखने वाले बच्चो के साथ ऐसी घटना होना बेहद दुखद है। उन्होंने कहा कि इनमें से कई बच्चे थे जिन्होंने अपने दोस्तों को अपनी आंखों के सामने मरते हुए देखा। आज की रात कई ऐसे माता-पिता हैं जो अपने बच्चों को फिर कभी देख नहीं पाएंगे।
टैक्सास के स्कूल में हुई फायरिंग में अब तक 18 बच्चों की मौत हो चुकी है जबकि तीन अन्य लोग भी मारे गए हैं। जवाबी कार्रवाई में हमलावर को मार गिराया गया। जानकारी के मुताबिक हमलावर के पास एक असाल्ट राइफल थी जिससे उसने बच्चों पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई। हमलावर 18 वर्ष का बताया जा रहा है साथ ही जो बच्चे इस हमले में मारे गए हैं वे तीसरी और चौथी कक्षा में पढ़ते थे।