नई दिल्लीः अमेरिकी सरकार ने भारत के साथ रक्षा समझौते करने से पहले अपने रक्षा उधयोगपतियों से फीडबैक मांगा हैं। अमेरिका के संघीय रजिस्टर विभाग द्वारा एक नोटिस जारी किया गया है। नोटिस में पूछा गया है कि अमेरिका सरकार की तरफ से रक्षा विभाग भारतीय गणतंत्र के साथ परस्पर रक्षा सैदे को लेकर बातचीत […]
नई दिल्लीः अमेरिकी सरकार ने भारत के साथ रक्षा समझौते करने से पहले अपने रक्षा उधयोगपतियों से फीडबैक मांगा हैं। अमेरिका के संघीय रजिस्टर विभाग द्वारा एक नोटिस जारी किया गया है। नोटिस में पूछा गया है कि अमेरिका सरकार की तरफ से रक्षा विभाग भारतीय गणतंत्र के साथ परस्पर रक्षा सैदे को लेकर बातचीत कर रही हैं। ऐसे में रक्षा मंत्रालय ने अमेरिकी रक्षा कंपनियों से उनके भारत के रक्षा विभाग या उनके सुरक्षा बलों के साथ बलों के साथ हुई डिफेंस समझौते के बारे में पूछा
28 देशों के साथ अमेरिका ने किया है रक्षा सौदा
बता दें कि अभी तक अमेरिका ने दुनिया के 28 देशों परस्पर रक्षा समझौता किया है। यह समझौता अमेरिका का उद्देश्य सहयोगी औप मित्र देशों के साथ पारंपरिक हथियारों में मानकीकरण , एक – दूसरे निर्भरता, अंतरसंचालनीयता को बढ़ावा देना हैं। यह समझौता में ऐसी भाषा का इस्तेमाल किया जाता है। जिस पर दोनों देशों सहमत होत है और उनकी खरीद कुछ क्रियान्वित प्रक्रियाओं के अनुसार होगी।
भारत- अमेरिका के बीच हुए है कई अहम समझौते
इसी साल जून में पीएम मोदी अमेरिका के दौरे पर गए थे। इस दौरैान भारत और अमेरिका के बीच कई अहम रक्षा सौदों पर समहती बनी थी। इन्हीं में परस्पर रक्षा खरीद समझौते और आपूर्ती की व्यवस्था की सुरक्षा जैसे अहम समझौते शामिल थे। भारत और अमेरिका के बीच जनरल इलेक्ट्रीक के एफ414 के इंजन बनाने का समझौता हुआ है। इसके अलावा भारत ने अमेरिका से 31 एमक्यू-9बी ड्रोन खरीदने के सौदे को भी मंजूरी दे दी है।