Urea Crisis In MP: मध्यप्रदेश के किसान खाद संकट से जुझ रहे है. किसानों की मांग के अनुसार यूरिया नहीं मिल पा रहा है. यूरिया लेने के लिए किसानों की लंबी कतारें दुकानों के बाहर देखी जा रही है. इसी बीच सोमवार को पुलिस ने विरोध-प्रदर्शन कर रहे किसानों पर लाठीचार्ज किया. राज्य के नव नियुक्त सीएम कमलनाथ ने किसानों पर लाठीचार्ज करने पर प्रशासन को खरीखोटी सुनाई है.
भोपाल. मध्यप्रदेश की नव नियुक्त कमलनाथ सरकार को किसानों की समस्या से जुझना पड़ रहा है. 15 साल बाद राज्य की सत्ता में लौटी कांग्रेस सरकार ने अभी अपना कामकाज शुरू ही किया था कि राज्य में यूरिया संकट गहरा गया है. राज्य के किसानों को यूरिया नहीं मिल पा रहा है. रबी फसल के लिए किसानों को इस समय भारी मात्रा में यूरिया की जरूरत पड़ती है. लेकिन मांग के अनुरूप यूरिया नहीं मिलने के कारण किसान और पुलिस के बीच झड़प की खबरें सामने आ रही है.
17 दिसंबर को मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले कमलनाथ ने मंगलवार को अपने कैबिनेट का गठन किया. राज्य के 28 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई. शपथ ग्रहण के साथ ही कमलनाथ कैबिनेट के सामने यूरिया संकट को हल करने की चुनौती आन पड़ी है. शपथग्रहण से एक दिन पहले सोमवार को मध्यप्रदेश के गुना और छतरपुर जिले में यूरिया लेने गए किसानों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था. जिसपर कमलनाथ ने अफसरों को फटकार लगाई है.
प्रदेश में शीघ्र हल होगा यूरिया का संकट।किसान भाई परेशान ना हो।सतत प्रयासों से पर्याप्त मात्रा में यूरिया की उपलब्धता सुनिश्चित।
यूरिया लेने के लिये आ रहे किसानो पर लाठियाँ बर्दाश्त नहीं।
यह कमलनाथ की सरकार है , किसान हितैषी सरकार है।अधिकारी पुरानी मानसिकता बदले।
1/2— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) December 25, 2018
यह पुरानी सरकार नहीं, जहाँ किसानो के सीने पर गोलियाँ तक दाग़ी गयी।क़ानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने ना दे लेकिन किसानो का दमन बर्दाश्त नहीं।मेरी सभी ज़िम्मेदारों को खुली चेतावनी।
2/2— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) December 25, 2018
कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए लिखा कि किसानों का दमन बर्दास्त नहीं जाएगी. यह मेरी सभी जिम्मेदारों को खुली चेतावनी है. बताते चले कि सोमवार को गुना में यूरिया लेने सरकारी खाद दुकान पर पहुंचे किसानों पर पुलिस ने लाठियां भांजी थी. मिली जानकारी के अनुसार किसान काफी देर तक कतार में खड़े होकर यूरिया लेने का इंतजार कर रहे थे. काफी देर इंतजार करने के बाद भी किसानों का धैर्य जवाब देने लगा. जिसके बाद उन्होंने विरोध-प्रदर्शन किया. विरोध-प्रदर्शन कर रहे किसानों ने लाठीचार्ज किया था.