लखनऊ : उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC ) के झुकने के बाद भी प्रतियोगी छात्रों का धरना और आंदोलन जारी है। छात्र आयोग के गेट नंबर दो के सामने बैठे हैं और हटने को तैयार ही नहीं हैं। प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि उनका आंदोलन तभी पूरी तरह खत्म होगा जब RO-ARO की […]
लखनऊ : उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC ) के झुकने के बाद भी प्रतियोगी छात्रों का धरना और आंदोलन जारी है। छात्र आयोग के गेट नंबर दो के सामने बैठे हैं और हटने को तैयार ही नहीं हैं। प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि उनका आंदोलन तभी पूरी तरह खत्म होगा जब RO-ARO की प्रारंभिक परीक्षा भी एक दिन में कराने की घोषणा की जाएगी।
छात्रों कि मांगा है जिस तरह पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा एक पाली में कराने की घोषणा की गई है, उसी तरह RO-ARO परीक्षा भी एक दिन एक पाली में कराने का लिखित आश्वासन दिया जाए, तभी वह धरना खत्म करेंगे। छात्रों का कहना है कि RO-ARO परीक्षा के लिए उच्च स्तरीय कमेटी बनाने का आश्वासन देकर आयोग प्रतियोगी छात्रों को गुमराह नहीं कर सकता। दोनों परीक्षाओं को एक ही दिन एक पाली में कराने की मांग को लेकर आंदोलन शुरू किया गया था। आयोग ने एक ही परीक्षा की मांग मान ली है, जबकि RO-ARO परीक्षा एक दिन में कराने पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है।
RO-ARO की परीक्षा के लिए 1076004 अभ्यर्थियों ने पंजीकृत किया हैं, जो पीसीएस परीक्षा की संख्या से कहीं ज्यादा है। सरकार के आदेश अनुसार ऐसे परीक्षा केंद्र न बनाए जाएं जो प्राइवेट या घटिया हों। आदेशानुसार कलेक्ट्रेट/ट्रेजरी से 20 किलोमीटर की परिधि तक परीक्षा केंद्रों का विस्तार करने का प्रयास किया गया है। विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों, मेडिकल कॉलेजों, इंजीनियरिंग कॉलेजों को भी इसमें शामिल करने का प्रयास किया गया, लेकिन पर्याप्त संख्या में केंद्र नहीं मिल पाए।
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) को पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा-2024 के लिए प्रदेश के 75 जिलों में 1758 केंद्रों की जरूरत थी, लेकिन आयोग को सिर्फ 55 फीसदी केंद्र ही मिल सके। पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा-2024 के लिए 576154 अभ्यर्थी पंजीकृत हैं और आयोग को सिर्फ 978 परीक्षा केंद्र ही मिल सके।
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