हुबली: कर्नाटक के हुबली के ओल्ड हुबली पुलिस स्टेशन पर पथराव की घटना सामने आई है। इस पथराव में एक इंस्पेक्टर समेत 4 पुलिसकर्मी घायल हो गए। पत्थरबाजी की घटना के बाद पूरे इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है और मामले की जांच की जा रही है। पुलिस आयुक्त लाभ राम ने […]
हुबली: कर्नाटक के हुबली के ओल्ड हुबली पुलिस स्टेशन पर पथराव की घटना सामने आई है। इस पथराव में एक इंस्पेक्टर समेत 4 पुलिसकर्मी घायल हो गए। पत्थरबाजी की घटना के बाद पूरे इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है और मामले की जांच की जा रही है। पुलिस आयुक्त लाभ राम ने इस बात की जानकारी दी। इससे पहले 9 अप्रैल को एक वीडियो सामने आया था, जिसमें मंदिर के बाहर तरबूज बेच रहे एक मुस्लिम शख्स के ठेले को पलट दिया था और उसका आरोप श्रीराम सेना के कार्यकर्ताओं पर लगाया गया था।
इस पूरे मामले को लेकर कांग्रेस ने संघ को ज़िम्मेदार ठहराया था. कांग्रेस नेता बीके हरिप्रसाद ने इस पूरी घटना के लिए RSS को जिम्मेदार बताया। बीके हरिप्रसाद ने कहा कि मैंने देखा किस तरह तरबूज बेच रहे शख्स के ठेले को तोड़ा गया ,इससे पता चलता है कि आरएसएस कितना डरपोक है। वे ब्रिटिश राज में भी डरपोक थे और ब्रिटिशर्स की गुलामी करते थे। संघ परिवार के लोग ब्रिटिशर्स से पेंशन लेते थे।
कर्नाटक के हुबली के ओल्ड हुबली पुलिस स्टेशन के बाहर जमा भीड़ अचानक उग्र हो गई और हिंसक प्रदर्शन करने लगी। गुस्साए लोगों ने थाने और पुलिस वाहनों को निशाना बनाते हुए पथराव शुरू कर दिया। पुलिस ने भीड़ पर काबू पाने के लिए लाठीचार्ज का सहारा लिया, लेकिन भीड़ तितर-बितर नहीं हुई। इसके बाद स्थिति पर काबू पाने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े।
कांग्रेस नेता बीके प्रसाद ने गृह राज्यमंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे खुद इन मामले को बढ़ावा दे रहे है। साथ ही राज्यपाल ने भी आंखें मूंद ली है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने बिना शत्रुता के भाव से राज्य को चलाने की शपथ ली थी लेकिन वे खुद शत्रुता को बढ़ावा दे रहे है। कांग्रेस नेता ने कहा कि राज्यपाल को तुरंत इस मामले पर एक्शन लेते हुए अरागा ज्ञानेंद्र को मंत्री पद से हटाना चाहिए।
राजधानी दिल्ली के जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती की शोभायात्रा के दौरान हिंसा हुई। शोभा यात्रा पर किए गए पथराव में दो पुलिसकर्मी सहित कई लोग घायल हो गए। घटना के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल है और भारी पुलिस बल की तैनाती पूरे इलाके में की गई है। सभी घायलों को जहांगीरपुरी के बाबू जगजीवन राम अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उनका इलाज चल रहा है। इस घटना को दिल्ली के मुख्यमंत्री और उप-राज्यपाल ने दुखद बताया है और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही है। फ़िलहाल इस घटना पर 9 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है.