नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज यूपीए और एनडीए के 10 सालों का कामकाज पर जारी श्वेत पत्र पर स्पीच दी. इस दौरान उन्होंने कहा कि UPA और NDA सरकार के 10 साल के कामकाज पर ये श्वेत पत्र काफी जिम्मेदारी के साथ रखा गया है. वित्त मंत्री ने कॉमनवेल्थ गेम्स घोटाला, कोल […]
नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज यूपीए और एनडीए के 10 सालों का कामकाज पर जारी श्वेत पत्र पर स्पीच दी. इस दौरान उन्होंने कहा कि UPA और NDA सरकार के 10 साल के कामकाज पर ये श्वेत पत्र काफी जिम्मेदारी के साथ रखा गया है. वित्त मंत्री ने कॉमनवेल्थ गेम्स घोटाला, कोल स्कैम, NPA, कोल ब्लॉक एलोकेशन जैसे मुद्दों को लेकर यूपीए सरकार पर जमकर निशाना साधा. सीतारमण ने कहा कि यूपीए सरकार की नीति कभी भी नेशन फर्स्ट की नहीं रही. उन्होंने फैमिली फर्स्ट नीति के जरिए देश की अर्थव्यवस्था को बदहाल कर दिया था.
वित्तमंत्री सीतारमण ने सदन में कहा कि इन्होंने (UPA) जो सत्यानाश किया, उसे हमने सुधारा है और आज ये लोग मगरमच्छ के आंसू रो रहे हैं. स्पीच के आखिरी में सीतारमण ने कहा कि हमारी जिम्मेदार सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था को बहुत खराब स्थिति से उबारा है. अगर आज यहां तक पहुंचे हैं तो ये 10 साल की मेहनत का परिणाम है. 2047 में भारत को विकसित बनाने वाले हम ही लोग होंगे.
बता दें कि इससे पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को लोकसभा में भारतीय अर्थव्यवस्था पर 59 पेज का एक श्वेत पत्र पेश किया था. जिसमें बताया गया है कि 2014 में जब मोदी सरकार ने देश की बागडोर संभाली, तो देश की अर्थव्यवस्था नाजुक स्थिति में थी. मोदी सरकार ने बहुत सारे कठोर फैसले लिए, जिससे अर्थव्यवस्था पटरी पर आई. इसके साथ ही सीतारमण ने कहा कि UPA सरकार ने देश के हित की रक्षा के लिए कुछ भी नहीं किया. उनके कार्यकाल के दौरान घोटालों पर घोटाले होते रहे और इन लोगों ने देश को बहुत बुरे हालात में छोड़ दिया था.
ब्लैक पेपर बनाम श्वेत पत्र की राजनीति, यूपीए के 15 घोटालों से लेकर BJP की चार जातियों के हकीकत तक