यूपी में अस्पताल के बाहर बीमार मां को घर ले जाने के लिए बेटा कंधे पर ऑक्सीजन का सिलेंडर लादे एंबुलेंस का इंतजार करता रहा. काफी देर बाद भी एंबुलेंस नहीं आई लेकिन उसकी मां की तबियत और बिगड़ गई जिसके चलते उन्हें दोबारा इमर्जेंसी में भर्ती कराना पड़ा.
आगरा. आम आदमी सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए जाए तो उसे कभी एंबुलेंस नहीं मिलती, कभी स्ट्रेचर. कई बार तो अस्पताल प्रशासन बुरी तरह हड़का कर भगा तक देता है. यूपी के आगरा से एक हॉस्पिटैलिटी की लचर व्यवस्था का मामला सामने आया है. दरअसल एक फोटो सामने आ रहा है जिसमें एक व्यक्ति अपनी बीमार मां के साथ अस्पताल के बाहर ऑक्सीजन सिलेंडर कंधे पर लादे एंबुलेंस का इंतजार कर रहा है. युवक की मां काफी बीमार है क्योंकि उनके मुंह पर ऑक्सीजन मास्क लगा हुआ है जिसका सिलेंडर बेटे ने कंधे पर रखा हुआ है.
इतना ही नहीं वृद्धा का यूरिन बैग भी बेटे ने अपने हाथ में लटका रखा है. यह सब साथ लिए मां बेटे काफी देर तक एंबुलेंस का इंतजार करते रहते हैं. लेकिन उन्हें कोई वाहन नहीं मिला. इस मामले का फोटो वायरल होने के बाद अस्पताल प्रशासन अव्यवस्था और संवेदनहीनता के आरोपों से इंकार कर रहा है. साथ ही कार्रवाई का आश्वासन दिया है.
इस मामले पर अस्पताल के स्टाफ ने कहा कि मरीजों के ट्रांसफर के दौरान वार्ड ब्वॉय ने उन्हें थोड़ी देर तक इंतजार करने के लिए कहा. तब तक मीडिया ने तस्वीरें ले लीं, इस मामले के बारे में हम पूछताछ करेंगे और अगर चूक होंगी तो कार्रवाई की जाएगी. अस्पताल स्टाफ ने आगे कहा कि ऑक्सीजन लगाने के बाद मरीज को वॉर्ड में शिफ्ट करने के लिए कहा गया. यह वॉर्ड ट्रॉमा सेंटर से काफी दूर है इसलिए ऐंबुलेंस बुलाने को कह कर उन्हें जाने के लिए कह दिया गया. उनके कहने के बाद मां-बेटे ट्रॉमा सेंटर से बाहर निकल आए और काफी देर तक धूप में खड़े रहे. बीमार वृद्धा तेज धूप नहीं झेल पाई और फिर से बीमार हो गई. दोबारा तबियत बिगड़ने के कारण उन्हें इमर्जेंसी में भर्ती कराना पड़ा.
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