लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के बाद सपा प्रमुख अखिलेश ने आजमगढ़ से और रामपुर से आजम खान ने लोकसभा सीट से इस्तेफा दे दिया था. जिसके बाद अब इन दोनों खाली सीटों पर उपचुनाव हो रहा है. कांग्रेस ने उपचुनाव में अपने उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला किया है. यूपी प्रदेश कांग्रेस कमेटी […]
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के बाद सपा प्रमुख अखिलेश ने आजमगढ़ से और रामपुर से आजम खान ने लोकसभा सीट से इस्तेफा दे दिया था. जिसके बाद अब इन दोनों खाली सीटों पर उपचुनाव हो रहा है. कांग्रेस ने उपचुनाव में अपने उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला किया है. यूपी प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने इस फैसले की जानकारी देते हुए बयान जारी किया है. जिसमें कहा गया है कि पार्टी दोनों ही सीटों पर उम्मीदवार नहीं उतारेगी और अब संगठन को फिर से मजबूत करने का काम किया जाएगा. सभी पार्टियों ने अपने-अपने उम्मीदवारों को चुनावी मैदानी में उतार दिया है. नामाकंन के लिए आज यानी सोमवार को आखिरी दिन है.
उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने अपने ट्वीट में लिखा कि, “भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस रामपुर और आजमगढ़ लोकसभा उपचुनावों में अपने प्रत्याशी नहीं उतारेगी. विधानसभा चुनाव के नतीजों को देखते हुए यह जरूरी है कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस स्वयं का पुनर्निर्माण करे जिससे कि 2024 के आम चुनाव में स्वयं को एक मजबूत विकल्प के रूप जनता के सामने पेश कर सके.”
बता दें कि बसपा ने भी रामपुर सीट पर अपना उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला किया है. इसके अलावा बसपा ने आजमगढ़ से शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली को अपना उम्मीदवार बनाया है, जो नामांकन भी कर चुके हैं. वहीं माना जा रहा है कि सपा आजम खान की पत्नी को रामपुर सीट पर अपना प्रत्याशी बना सकती है. बता दें कि इन दोनों ही सीटों पर 6 जून तक नामांकन होना है, जबकि 9 जून तक नाम वापस लिए जा सकेंगे.
समाजवादी पार्टी ने आजमगढ़ उपचुनाव में धर्मेंद्र यादव को पार्टी का उम्मीदवार बनाया है. सपा ने एक बार फिर से परिवार पर ही भरोसा जताया है. माना जा रहा है कि यदि यहां से पार्टी की हारती तो पार्टी के लिए बड़ी मुश्किलें खड़ी हो जाएगी. क्योकिं इस सीट को सपा का गढ़ माना जाता है. यही से अखिलेश यादव सांसद रहे है. वहीं बहुजन समाज पार्टी ने पहले ही यहां से एक मुस्लिम उम्मीदवार को मैदान में उतार दिया है. दूसरी ओर भाजपा ने दिनेश लाल यादव को अपना उम्मीदवार बनाया है, बीजेपी ने यादव उम्मीदवार के तौर पर जो भोजपुरी स्टार को चुनावी मैदान में उतारा है. बता दें कि आजमगढ़ दलित, यादव और मुस्लिमों का गढ़ माना जाता हैं.
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