उत्तर प्रदेश. अगले वर्ष देश के पांच राज्यों में चुनाव होने वाले हैं, इस कड़ी में उत्तर प्रदेश ( UP Elections ) में सियासत सबसे ज़्यादा गरमा रही है. उत्तर प्रदेश में हर पार्टी ने अपनी ताकतें झोंकनी शुरू कर दी है. चाहे बात कांग्रेस की हो, समाजवादी पार्टी की हो या बहुजन समाजवादी पार्टी […]
उत्तर प्रदेश. अगले वर्ष देश के पांच राज्यों में चुनाव होने वाले हैं, इस कड़ी में उत्तर प्रदेश ( UP Elections ) में सियासत सबसे ज़्यादा गरमा रही है. उत्तर प्रदेश में हर पार्टी ने अपनी ताकतें झोंकनी शुरू कर दी है. चाहे बात कांग्रेस की हो, समाजवादी पार्टी की हो या बहुजन समाजवादी पार्टी की, सभी पार्टी यूपी की सत्ता पर काबिज़ होने की तैयारियों में जुटी हैं. ऐसे में पार्टियां एक दुसरे पर वार-पलटवार कर रही हैं. बीते दिन, प्रियंका गाँधी ने चित्रकूट दौरे के दौरान ‘लड़की हूँ, लड़ सकती हूँ’ संवाद के दौरान एक कविता पढ़ी थी, जिसे लेकर सोशल मीडिया पर अब काफी बवाल खड़ा हो गया है.
बीते दिन, प्रियंका गाँधी ने चित्रकूट दौरे के दौरान ‘लड़की हूँ, लड़ सकती हूँ’ संवाद के दौरान एक कविता पढ़ी थी, जिसे लेकर सोशल मीडिया पर अब काफी बवाल खड़ा हो गया है. दरअसल, प्रियंका गांधी ने इस संवाद के दौरान ‘सुनो द्रौपदी शस्त्र उठा लो, अब गोविंद ना आएंगे, कब तक आस लगाओगी तुम, बिके हुए अखबारों से, कैसी रक्षा मांग रही हो दुशासन दरबारों से…’ कविता सुनाई थी, जिसपर इस कविता के कवि पुष्यमित्र उपाध्याय ने आपत्ति जताई है.
पुष्यमित्र उपध्याय ने इसपर आपत्ति जताते हुए ट्वीट कर लिखा,
https://twitter.com/viYogiee/status/1461019292305002497?s=20
‘@priyankagandhi जी ये कविता मैंने देश की स्त्रियों के लिए लिखी थी न कि आपकी घटिया राजनीति के लिए. न तो मैं आपकी विचारधारा का समर्थन करता हूं और न आपको ये अनुमति देता हूं कि आप मेरी साहित्यिक संपत्ति का राजनैतिक उपयोग करें. कविता भी चोरी कर लेने वालों से देश क्या उम्मीद रखेगा?’
प्रियंका गांधी पर सोशल मीडिया पर कविता चोरी का आरोप लगा रहे हैं. उनका कहना है कि इस तरह से बिना कवि का नाम लिए उनकी कविता का इस्तेमाल किया जाना गलत है. तो वहीं, कई लोगों ने प्रियंका गांधी का सपोर्ट भी किया है.