UP Election 2022 उत्तप्रदेश. UP Election 2022 उत्तप्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी को सियासी झटके लगने जारी है, कई बड़े मंत्री और सूबे के चर्चित विधायक पार्टी का दामन छोड़ चुके है. इस बीच ख़बरें सामने है कि बीजेपी सांसद रीता बहुगुणा जोशी पार्टी से नाराज चल रही है और दल-बदल के फिराख […]
उत्तप्रदेश. UP Election 2022 उत्तप्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी को सियासी झटके लगने जारी है, कई बड़े मंत्री और सूबे के चर्चित विधायक पार्टी का दामन छोड़ चुके है. इस बीच ख़बरें सामने है कि बीजेपी सांसद रीता बहुगुणा जोशी पार्टी से नाराज चल रही है और दल-बदल के फिराख में है. रीता बहुगुणा ने इसपर अपनी प्रतक्रिया दी है और कहा कि उनका बेटा पिछले 12 सालों से पार्टी के लिए काम कर रहा है और उसने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी से टिकट मांगा है, जो उसका हक है.
रीता बहुगुणा ने कहा कि उनके बेटे ने लखनऊ कैंट से टिकट मांगा है, यदि पार्टी उन्हें टिकट देती है तो वे सांसद पद से इस्तीफा दे देंगी और साथ ही 2024 में लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी।
बीजेपी में कई ऐसे सांसद है जो अपनी सियासी विरासत को आगे बढ़ाना चाहते है और अपने बेटे, बेटियों के लिए पार्टी से टिकट मांग रह है. प्रयागराज से 2 बार सांसद रह चुकी रीता बहुगुणा जोशी ने पार्टी से लखनऊ कैंट सीट से अपने बेटे, मयंक जोशी के लिए टिकट मांगा हैं. इसके अलावा सलेमपुर लोकसभा सीट से बीजेपी के सांसद रवींद्र कुशवाहा भी अपने छोटे भाई के लिए पार्टी से सीट की गुहार कर चुके है. उन्होंने अपने भाई जयनाथ कुशवाहा को भाटपाररानी विधानसभा सीट के लिए दावेदार रखा है. कानपुर से बीजेपी सांसद सत्यदेव पचौरी भी अपने बेटे, अनूप पचौरी के लिए कानपुर की गोविंदनगर सीट से पार्टी के सामने टिकट की गुहार कर चुके है.
इसके अलावा केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह के छोटे बेटे भी लखनऊ कैंट और उत्तरी विधानसभा से पार्टी से सीट की मांग कर चुके है. लखनऊ की मोहनलालगंज सीट से बीजेपी के सांसद और केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर भी अपने दोनों बेटों के लिए पार्टी से सीट की दावेदारी रख चुके है. ऐसे में जहां एकओर पार्टी से विधायकों का जाना लगा हुआ है, वहीँ दूसरी ओर पार्टी के लिए सीट बटवारे पर सिरदर्दी बनी हुई है.