UP Election 2022 उत्तप्रदेश. UP Election 2022 उत्तप्रदेश विधासभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी के पक्ष में प्रचार कर रहे छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल के खिलाफ नॉएडा के थाने में चुनाव आयोग के नियमो का उल्लंघन करने पर FIR दर्ज हुई है. अब इस मामलें पर सीएम ने चुनाव आयोग पर वार करते हुए […]
उत्तप्रदेश. UP Election 2022 उत्तप्रदेश विधासभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी के पक्ष में प्रचार कर रहे छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल के खिलाफ नॉएडा के थाने में चुनाव आयोग के नियमो का उल्लंघन करने पर FIR दर्ज हुई है. अब इस मामलें पर सीएम ने चुनाव आयोग पर वार करते हुए आयोग से कई सवाल पूछे है. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को निष्पक्ष होना चाहिए, नॉएडा में मेरे खिलाफ चुनाव-प्रचार पर FIR दर्ज की गई है, जब कि अमरोहा में बीजेपी मंत्री ने भी इसी तरह से चुनाव प्रचार किया , लेकिन उनपर आयोग ने कोई कार्रवाई नहीं की. सीएम भूपेश बघेल ने कहा की प्रचार के दिन उनके साथ केवल 4 लोग मौजूद थे, जिसके बावजूद भी चुनाव आयोग ने उनके खिलाफ एक्शन लिया।
मेरी अपनी सुरक्षा का घेरा, उत्तर प्रदेश का पुलिस महकमा और फिर मीडिया के दर्जनों साथी। उस पर गांव की तंग गलियां और लोगों का कांग्रेस के प्रति उत्साह।
कुल जमा चार लोग मेरे साथ थे पर भीड़ दिखने लगी।
और मा. राजनाथ जी के बेटे के ख़िलाफ़ प्रचार करें तो इतना तो होगा। #FIR #DoorToDoor
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) January 16, 2022
भूपेश बघेल ने कहा कि कांग्रेस के प्रति लोगों के प्यार और सम्मान के कारण गलियों में भीड़ इकट्ठा हो गई. उन्होंने बीजेपी पर तंज कशते हुए कहा कि चुनाव आयोग को यह फैसला तो लेना ही था, क्योकि कांग्रेस रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बेटे के खिलाफ प्रचार जो कर रही थी. सीएम बघेल ने कहा कि जब लोग उनसे मिलने आ रहे है, तो उन्हें कैसे रोक सकते है और बिना लोगों के चुनाव प्रचार कैसे संभव है?. चुनाव आयोग इस बात को समझाए और बीजेपी के मंत्री के खिलाफ भी जल्द कार्रवाई करे.
माननीय चुनाव आयोग को मीडिया और सुरक्षाकर्मियों को साथ लेकर एक DOOR TO DOOR का DEMO देना चाहिए. pic.twitter.com/kQz4c1knce
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) January 17, 2022
भूपेश बघेल ने कहा कि बीजेपी के मंत्री पिछेल 5 दिनों से डोर-टू-डोर चुनाव-प्रचार कर रहे हैं और उनके खिलाफ अभी तक चुनाव आयोग ने कोई कार्रवाई नहीं की है. उन्होंने कहा कि जब आयोग अभी से निष्पक्ष नहीं है, तो आगे चुनाव के समय पर हम आयोग से क्या उम्मीद कर सकते हैं.