उत्तरप्रदेश. UP Election 2022 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने के ऐलान के बाद आज कैबिनेट की बैठक में इससे संबंधित बिल को मंजूरी दे दी गई. संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने के बाद इस बिल को संसद में पेश किया जाएगा। उत्तरप्रदेश में 2022 में विधानसभा चुनाव होने है, […]
उत्तरप्रदेश. UP Election 2022 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने के ऐलान के बाद आज कैबिनेट की बैठक में इससे संबंधित बिल को मंजूरी दे दी गई. संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने के बाद इस बिल को संसद में पेश किया जाएगा। उत्तरप्रदेश में 2022 में विधानसभा चुनाव होने है, ऐसे में मोदी सरकार ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेकर बड़ा राजनीतिक दांव चला है लिहाजा समाजवादी पार्टी के अध्य्क्ष अखिलेश यादव ने भी किसानों का दिल जीतने के लिए बड़ा ऐलान कर दिया है.
किसान का जीवन अनमोल होता है क्योंकि वो ‘अन्य’ के जीवन के लिए ‘अन्न’ उगाता है।
हम वचन देते हैं कि 2022 में समाजवादी पार्टी की सरकार आते ही किसान आंदोलन के शहीदों को 25 लाख की ‘किसान शहादत सम्मान राशि’ दी जाएगी। #किसान
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 24, 2021
शहीद किसानो के परिवार को 25 लाख का वादा
अखिलेश यादव ने किसान आंदोलन में शहीद हुए किसानों के परिवार को 25 लाख रूपये मुआवजा देने की बात कही है. उन्होंने कहा कि किसान का जीवन अनमोल होता है क्योंकि वो ‘अन्य’ के जीवन के लिए ‘अन्न’ उगाता है. हम वचन देते हैं कि 2022 में समाजवादी पार्टी की सरकार आते ही किसान आंदोलन के शहीदों को 25 लाख की ‘किसान शहादत सम्मान राशि’ दी जाएगी.
आंदोलन में 700 किसानों के मरने का दावा
कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन जारी है. यह आंदोलन दिल्ली के 3 अलग-अलग बॉर्डर पर पिछले एक साल से जारी है. किसान आंदोलन के नेताओं के आकड़ो के अनुसार अभी तक कानूनों के विरोध में 700 किसान शहीद हो चुके है. किसान नेताओं ने इस सन्दर्भ में प्रधानमंत्री नरेन्द मोदी को खुला खत लिखा है, जिसमें शहीद किसानों को मुआवज़े की बात कही गई है. इसके अलावा पत्र में MSP पर गारंटी और आंदोलन के दौरान देशभर में किसानों पर हुए मुकदमों की वापसी की भी मांग की गई है.