Dalit House Arrest During Ramayana Paath: उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले के गदहा गांव में दलितों को 10 दिनों तक घरों में कैद रहने का फरमान सुनाया है. क्योंकि गांव के मंदिर में ऊंची जाति के लोगों द्वारा अखंड रामायण पाठ करवाया जा रहा है. जिला प्रशासन की तरफ से कहा गया है कि मामले की जांच की जाएगी.
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसके बारे में जानकर आपका यकीन करना बेहद मुश्किल हो जाएगा. आजादी के इतने साल बाद भी देश में कई ऐसे गांव मौजूद हैं जहां आज भी जातिगत भेदभाव जैसी चीजें मौजूद हैं. न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले के गदहा गांव में दलितों को 10 दिनों तक घरों में कैद रहने का फरमान सुनाया है. क्योंकि गांव के मंदिर में ऊंची जाति के लोगों द्वारा अखंड रामायण पाठ करवाया जा रहा है.
रिपोर्ट के मुताबिक जब दलितों ने पूजा में शामिल होने का प्रयास किया तो उन्हें वहां से भगा दिया गया. साथ ही मंदिर के पुजारी ने राम जानकी मंदिर के बाहर एक नोटिस चिपका कर उनके प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है. रिपोर्ट के अनुसार 10 दिनों तक अखंड रामायण पाठ के दौरान दलितों को अपने घरों में कैद रहने का फरमान सुनाया गया है.
हालांकि, जिला प्रशासन को जब इस बात की जानकारी मिली तो नोटिस को हटवा दिया गया, लेकिन मंदिर में दलितों की एंट्री पर अभी भी प्रतिबंध लगा हुआ है. स्वर्ण जाति के लोग लाठी और डंडे लेकर मंदिर के चारों तरफ पहरा दे रहे हैं, ताकि कोई भी दलित पूजा में शामिल नहीं हो सके. इस घटना के बाद इलाके में तनाव पैदा हो गया है. वहीं जिला प्रशासन की तरफ से कहा गया है कि मामले की जांच की जाएगी. वहीं गांव के एक दलित समाज के अनुसार ये केवल रामायण का मामला नहीं है. बल्कि गांव के किसी भी धार्मिक आयोजन के दौरान उन्हें मंदिर में प्रवेश नहीं करने दिया जाता है.