नई दिल्ली। तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने अपनी रणनीति बदल दी है। अब पार्टी सूबे में नए सिरे से जनआंदोलन शुरू करेगी। इसके तहत फ्रंटल संगठन अलग-अलग मोर्चे पर काम करेंगे। मुख्य कमेटी पदयात्रा सहित अन्य जनआंदोलन से जुड़े कार्यक्रम का आयोजन करेगी। इसको लेकर आज […]
नई दिल्ली। तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने अपनी रणनीति बदल दी है। अब पार्टी सूबे में नए सिरे से जनआंदोलन शुरू करेगी। इसके तहत फ्रंटल संगठन अलग-अलग मोर्चे पर काम करेंगे। मुख्य कमेटी पदयात्रा सहित अन्य जनआंदोलन से जुड़े कार्यक्रम का आयोजन करेगी। इसको लेकर आज यानी 5 दिसंबर को प्रदेश कांग्रेस कमेटी की बैठक बुलाई गई है।
कांग्रेस का प्रयास है कि किसी तरह से यूपी में नए सिरे से सियासी जमीन तैयार की जाए। इसके लिए पार्टी के पिछड़ा वर्ग विभाग की तरफ से जातीय जनगणना कराने, आरक्षण का दायरा बढ़ाने के लिए की जिलों में सम्मेलन किए जा रहे हैं। अल्पसंख्यक विभाग भी मुस्लिमों के बीच रचनात्मक कार्यों के माध्यम से पैठ बना रहा है। दलितों को लुभाने के लिए भी कांग्रेस दलित गौरव संवाद कार्यक्रम चला रही है। इस कार्यक्रम के तहत सपा, रालोद समेत विभिन्न दलों के तमाम नेताओं ने कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ली।
अब यहां के कार्यकर्ताओं को तीन राज्यों के चुनावी नतीजों की वजह से आने वाली निराशा से बचाने की कवायद शुरू हो गई है। इसी रणनीति के तहत प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने आज यानी मंगलवार को बैठक बुलाई है। इसमें बूथ प्रबंधन के साथ ही जनआंदोलन का प्लान बनाया जाएगा। पार्टी के वरिष्ठ नेता यह भी भरोसा दिलाएंगे कि तीन राज्यों में भले ही परिणाम कांग्रेस के पक्ष में नहीं है, लेकिन उत्तर प्रदेश की तैयारी और तेजी से की जाएगी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि प्रदेश कार्यकारिणी की पहली बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए जाएंगे।