Up Election OBC politics उत्तरप्रदेश. Up Election OBC politics उत्तरप्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी को सियासी झटके लगने जारी है. स्वामी प्रसाद मौर्य के पार्टी से इस्तीफा देने के बाद बीजेपी के दो मंत्री दौरा सिंह चौहान और धर्म सिंह सैनी सहित आधे दर्जन विधायकों ने पार्टी का दामन छोड़ दिया है. सभी […]
उत्तरप्रदेश. Up Election OBC politics उत्तरप्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी को सियासी झटके लगने जारी है. स्वामी प्रसाद मौर्य के पार्टी से इस्तीफा देने के बाद बीजेपी के दो मंत्री दौरा सिंह चौहान और धर्म सिंह सैनी सहित आधे दर्जन विधायकों ने पार्टी का दामन छोड़ दिया है. सभी के पार्टी छोड़ने के बाद बीजेपी के प्रति एक बोली हो गई है. माना जा रहा है कि सभी नेताओ की बोली एक होना पार्टी की सोशल छवि को खराब कर रहा है.
मंगलवार को जिस बात का जिक्र राज्य में मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्य ने किया था ठीक उसी प्रकार बीजेपी के सभी मंत्रियो और विधायकों ने अपने त्यागपत्र में लिखा है. बीजेपी छोड़ रहे मंत्रियो-विधायकों की भाषा के साथ-साथ एक बात और मिल रही है कि ज़्यादातर लोग ओबीसी समुदाय से जुड़े हुए है. इसके अलवा जिन 3 मंत्रियों ने पार्टी का दामन छोड़ा है, उन्होंने साल 2017 में बसपा का साथ छोड़कर बीजेपी से हाथ मिलाया था. सभी विधायक स्वामी प्रसाद मौर्य के संपर्क में थे, इससे यह साफ जाहिर होता है की यह सब पहले से ही प्लान किया गया था और सभी की भाषा के बोल एक जगह मिलाए गए होंगे। इस्तीफों में जिस तरह सभी मंत्रियो और विधायकों ने ओबीसी और पिछड़े वर्ग का जिक्र किया है, उससे साफ़ जाहिर होता है कि इससे ओबीसी और दलितों वोटो को सियासी सन्देश देने की रणनीति बनाई गई है. ऐसा माना जा रहा है कि पार्टी को ओबीसी समुदाय में तोड़ने के लिए यह सब पहले से ही प्लान किया गया था. सभी विधायक और मंत्री इसी समुदाय से जुड़े हुए है, जिन्होंने अखिलेश यादव से पहले ही हाथ मिला लिया था.
विधायकों और मंत्रियो के जाने से बीजेपी कि उस सोशल छवि पर बड़ा असर पड़ा है, जिसके बलबूते उसने पिछली बार विधानसभा चुनाव में तीन-चौथाई का बड़ा और ऐतिहासिक बहुमत हासिल किया था. बीजेपी की छवि को उन्हीं बाहर से आए नेताओ ने पिछली बार ज़मीनी स्तर पर मजबूती दी थी, जो इस बार पार्टी को अलविदा कह चुके है. ऐसे में पार्टी को इस बार गहरी चोट लगने की आशंका जताई जा रही है. बीजेपी में इस भगदड़ का सीधा असर सीमा योगो की छवि को हो रहा है और वो भी एक ऐसे समय में जब पार्टी ‘योगी उत्तर प्रदेश के लिए उपयोगी’ के नारे पर काम कर रही है.