UP Car Bike Registration Number Portability Change Scheme: योगी आदित्यनाथ सरकार का वाहन चालकों को तोहफा, मोबाइल नंबर की तरह अपना पसंदीदा गाड़ी नंबर भी कर सकेंगे पोर्ट

UP Car Bike Registration Number Portability Change Scheme: पहली गाड़ी किसे प्यारी नहीं होती. मेहनत की कमाई से पहली गाड़ी खरीदना, उसके लिए स्पेशल नंबर लेना लेकिन कुछ सालों बाद न वो गाड़ी रहती है न वो नंबर. गाड़ी तो खैर पुरानी होगी तो बदलनी पड़ेगी ही लेकिन अब आप अपने पुराने नंबर को नई गाड़ी में भी कायम रख सकते हैं. मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी की तरह उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार गाड़ी नंबर पोर्टेबिलिटी की सुविधा भी देने जा रही है.

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UP Car Bike Registration Number Portability Change Scheme: योगी आदित्यनाथ सरकार का वाहन चालकों को तोहफा, मोबाइल नंबर की तरह अपना पसंदीदा गाड़ी नंबर भी कर सकेंगे पोर्ट

Aanchal Pandey

  • June 4, 2019 12:12 pm Asia/KolkataIST, Updated 5 years ago

लखनऊ. मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी के बारे में तो आपने सुना ही होगा, संभवत: आपने अपना नंबर पोर्ट भी कराया हो. क्या आपको मालूम है आप अपनी गाड़ी का नंबर भी पोर्ट करा सकते हैं. अपनी पुरानी गाड़ी का नंबर नई गाड़ी में लगवा सकते हैं. ठीक वैसे ही जैसे अपना पुराना मोबाइल नंबर आप नये नेटवर्क के साथ अपडेट कर पाते हैं. आज लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक होगी. इस बैठक में मोटर यान नियमावली में संशोधन को मंजूरी मिल सकती है. सूत्रों ने बताया कि परिवहन विभाग ने वाहन स्वामियों को नंबर पोर्टेबिलिटी की सुविधा देने का प्रस्ताव तैयार किया है इसके अंतर्गत कोई व्यक्ति अपनी पुरानी गाड़ी का नंबर नई गाड़ी पर लगा सकेगा, लेकिन इसकी शर्त ये है कि दोनों ही गाड़ियों का वाहन स्वामी एक ही होना चाहिए

इसी तरह यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर लोगों को ज्यादा जुर्माना लगाने का प्रस्ताव है. बताया गया है कि अब सड़क पर ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन के हिसाब से जुर्माने की राशि में वृद्धि भी प्रस्तावित है. यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार की अहम कैबिनेट बैठक है. इस बैठक में कई मुद्दों पर फैसले लिए जाएंगे. इसी बैठक में मोटर यान नियमावली मे संशोधन को मंजूरी मिल सकती है. इस संशोधन में गाड़ी नंबर पोर्टेबिलिटी को मंजूरी मिलने की उम्मीद है. अगर ऐसा होता है तो बड़ी संख्या में गाड़ी मालिकों को राहत मिलेगी. अपनी पहली गाड़ी में अपना पसंदीदा नंबर लगाने वाले लोग बाद में जब नई गाड़ी खरीदते हैं तो पुरानी गाड़ी के साथ पुराना नंबर भी चला जाता है. ऐसे में इस संशोधन के बाद मोबाइल नंबर की ही तरह पसंदीदा गाड़ी नंबर भी लोग अपने साथ बनाए रख सकते हैं. अगर यह संशोधन पारित होता है तो यूपी गाड़ी नंबर पोर्टेबिलिटी की सुविधा देने वाला पहला राज्य होगा.

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