लखनऊ: देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में विधानसभा की 10 सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं. इसे लेकर राज्य में सियासी हलचल तेज हैं. लोकसभा चुनाव में मिली अप्रत्याशित सफलता से उत्साहित समाजवादी पार्टी ने उपचुनाव की तैयारी तेज कर दी है. इस बीच सपा के मुखिया अखिलेश यादव ने उपचुनाव के लिए […]
लखनऊ: देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में विधानसभा की 10 सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं. इसे लेकर राज्य में सियासी हलचल तेज हैं. लोकसभा चुनाव में मिली अप्रत्याशित सफलता से उत्साहित समाजवादी पार्टी ने उपचुनाव की तैयारी तेज कर दी है. इस बीच सपा के मुखिया अखिलेश यादव ने उपचुनाव के लिए जबरदस्त प्लान बनाया है. इसके तहत अब उपचुनाव वाली हर विधानसभा सीट पर किसी दिग्गज नेता को प्रभारी बनाया जाएगा.
यूपी उपचुनाव को लेकर बनाए अपने चक्रव्यूह में अखिलेश ने सीएम योगी और केशव प्रसाद मौर्य दोनों को फंसा लिया है. अखिलेश ने फूलपुर विधानसभा सीट पर दलित नेता इंद्रजीत सरोज को समाजवादी पार्टी का प्रभारी नियुक्त किया है. बता दें कि बीजेपी की ओर से इस सीट को जिताने की जिम्मेदारी सूबे के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के कंधों पर है. वहीं अखिलेश ने अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर भी दलित नेता और सांसद अवधेश प्रसाद को प्रभारी बनाया है. यह सीट अयोध्या की होने की वजह से इसपर सीएम योगी की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है.
बता दें कि मिल्कीपुर विधानसभा सीट, जहां पर कुछ दिनों बाद उपचुनाव होना है वो सपा सांसद अवधेश प्रसाद की अपनी सीट है. अवधेश यहां से कई बार विधायक रह चुके हैं. 2012 में इस सीट से जीतकर अवधेश राज्य की सपा सरकार में कैबिनेट मंत्री बने थे. हालांकि, 2017 के चुनाव में उन्हें हार झेलनी पड़ी. बीजेपी के गोरखनाथ बाबा ने उन्हें मात दी थी. लेकिन इसके बाद 2022 में उन्होंने जबरदस्त वापसी की और अपनी सीट फिर से जीत ली. इसके बाद 2024 के लोकसभा चुनाव में फैजाबाद सीट से वे सांसद बने. इसी सीट पर उपचुनाव में भाजपा और सपा के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिलने वाली है.
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