उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एप्पल एरिया मैनेजर पुलिस एनकाउंटर पर विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है. सूबे की भाजपा सरकार अथवा योगी आदित्यनाथ सरकार में सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह ने विवेक तिवारी एनकाउंटर पर विवादित बयान दिया है. जिसके प्रदेश की पुलिस के बाद सरकार भी विपक्ष के निशाने पर है.
लखनऊ. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एप्पल के एरिया मैनेजर विवेक तिवारी एनकाउंटर घटना ने यूपी पुलिस को कटघरे में खड़ा किया है. योगी आदित्यनाथ सरकार में सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह के बिगड़े बोल सामने आए हैं. जिन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि गोली सिर्फ उन्हें ही लग रही है जो अपराधी हैं जिन्होंने अपराध किया है उन्हें दंड मिलेगा ही, किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. मंत्री के इन बिगड़े बोल ने इस मुद्दे को और गरम कर दिया है.
जहां एक तरफ पुलिस विवेक एनकाउंटर मामले पर घिरती जा रही है वहीं उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार में सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह का यह बयान बवाल को और बढ़ा देता है. धर्मपाल सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि एनकाउंटर में कोई गलती नहीं हुई है, गोली उन्हीं को लग रही है जो अपराधी है और जो क्रीमिनल्स हैं उन्हें बख्शा नहीं जाएगा, न्याय सबको मिलेगा. बता दें शुक्रवार घटित इस घटना के बाद मामला गरम होते देख यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि यह एनकाउंटर साधारण घटना नहीं है, इस मामले की जांच होगी यदि जरूरत पड़ी तो विवेक एनकाउंटर केस को सीबीआई को सौपा जाएगा.
जानिए क्या है लखनऊ पुलिस विवेक तिवारी एनकाउंटर
यह घटना शुक्रवार देर रात की है. विवेक तिवारी और उनकी दोस्त रात करीब 1.30 बजे एक कार्यक्रम से लौट रहे थे जब पुलिस कांस्टेबल चेकिंग के दौरान हुई. इस दौरान सिपाई उन्हें रोकने में असफल रहे तो उन्होंने उनका पीछा कर गोली मार दी. मृतक की सहयोगी सना खान जो उस घटना के समय मृतक की गाड़ी में ही थीं, उन्होंने बताया कि वह दोनों आईफोन एक्स प्लस के लॉन्च प्रोग्राम के बाद घर लौट रहे थें. वहीं पुलिस का कहना है कि गोमती नगर एक्सटेंशन पर विवेक तिवारी को रुकने का संकेत दिया लेकिन वह रुके नहीं बल्कि भागने लगे और पुलिस की बाइक को टक्कर मार दी जिस पर पुलिस के दो कांस्टेबल सवार थें. पुलिस का कहना है कि हमने अपने बचाव में गोली चलाई क्योंकि वह गाड़ी चढ़ा रहे थें.