UP 69000 Assistant Teacher Recruitment Scam: यूपी पुलिस ने 69000 सहायक शिक्षा भर्ती मामले की जांच यूपी एसटीएफ को सौंप दी है. आज प्रयागराज पुलिस ने इस परीक्षा के टॉपर धर्मेंद्र को गिरफ्तार किया जिससे पूछताछ में पता चला कि वो ये भी नहीं जानता कि भारत का राष्ट्रपति कौन है. शीर्ष अदालत ने मंगलवार को आदेश जारी कर यूपी सरकार को 37339 पदों को होल्ड करने का आदेश दिया था
लखनऊ: यूपी के 69000 सहायक शिक्षक भर्ती मामले की जांच एसआईटी को सौंप दी गई है. डीजीपी मुख्यालय की तरफ से एसटीएफ को इस मामले की जांच सौंपी गई है. एएसपी रैंक की एसटीएफ टीम अब इस मामले की जांच करेगी. इस मामले में अबतक लगभग 11 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. यूपी के बेसिक शिक्षा मंत्री के मुताबिक एक गिरोह पंचम लाल आश्रम उच्चतर माध्यमिक स्कूल प्रयागराज से साठ गांठ कर परीक्षार्थियों की गैर कानूनी ढंग से मदद कर उनसे पैसे की वसूली करता था.
उन्होंने कहा कि अभ्यर्थियों ने गलत तरीके से परीक्षा पास की है तो उन्हें डिबार किया जाएगा. उन्होंने ये भी कहा कि अगर इस घोटाले में उसके प्रबंधक और संबंधित स्टाफ जो भी इसमें शामिल पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. इस मामले में आज प्रयागराज पुलिस ने धर्मेन्द्र को गिरफ्तार किया है. यूपी में 69000 टीचरों की भर्ती परीक्षा के टॉपर धर्मेंद्र पर आरोप है कि इन्हें देश के राष्ट्रपति तक का नाम नहीं पता है. प्रयागराज की पुलिस ने आज उन्हें गिरफतार कर लिया है. दूसरी तरफ कांग्रेस इस पूरे मामले को यूपी का व्यापम घोटाला बता रही है.
गौरतलब है कि कट ऑफ मामले में देश की शीर्ष अदालत ने मंगलवार को आदेश जारी कर यूपी सरकार को 37339 पदों को होल्ड करने का आदेश दिया था. साथ ही कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई के लिए 14 जुलाई 2020 की तारीख तय की है. पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार से 40/45 के कटऑफ पर कितने शिक्षा मित्र पास हुए हैं, इसका डाटा मांगा था लेकिन शिक्षामित्रों का कहना है कि लिखित परीक्षा में टोटल 45357 शिक्षामित्रों ने फॉर्म डाला था, जिसमें से 8018 शिक्षामित्र 60-65% के साथ पास हुए.