हमारे देश में भाई बहन के रिश्ते को सबसे पवित्र माना जाता है. भाई अपनी बहन की रक्षा के लिए खुद की जान भी दांव पर लगा देता है. उन्नाव गैंगरेप पीड़िता ने खुलासा किया है कि वह आरोपी विधायक को भैया कहती थी. इसके बाद भी विधायक ने उसे हवस का शिकार बनाया और अन्य लोगों के हवाले भी किया.
लखनऊ. उन्नाव गैंगरेप केस में आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को सीबीआई ने शुक्रवार तड़के हिरासत में ले लिया है. इस बीच इस केस में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं. मखी गांव में रेप पीड़िता और आरोपी विधायक का घर आमने सामने है. पिछले साल तक दोनों परिवारों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध थे. बीजेपी विधायक को पीड़ित लड़की और उसके भाई बहन ‘भैया’ कहते थे. कुलदीप सिंह सेंगर ने पिछले साल जून में लड़की को नौकरी देने की बात कहकर घर बुलाया था लेकिन उसकी नीयत कुछ और ही थी.
पीड़िता ने द इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में दोनों परिवारों के बीच के रिश्तों को विस्तार से बताया है. इसी में उसने कहा है कि पहले सबकुछ ठीक था. वो और उसके भाई बहन कुलदीप सेंगर को भैया कहते थे. विधायक ने जून 2017 में उसे नौकरी की बात करने के लिए बुलाया था. वह 4 जून को अपने एक रिश्तेदार के साथ गई. वहां पहुंची पीड़िता को एक कमरे में जाने को कहा गया. यहीं उसके साथ रेप किया गया. रेप के बाद पीड़िता को धमकी दी गई कि अगर उसने किसी को भी इसके बारे में बताया तो उसके परिवार को खत्म कर दिया जाएगा. उसने धमकी के डर से इस बात की जानकारी किसी को नहीं दी.
इसके बाद 11 जून को कुछ लोगों ने उसका अपहरण कर लिया. कई दिनों तक वे गैंगरेप करते रहे और उसके बाद किसी को बेच दिया. वहां से उसे छुड़ाया गया. इस मामले में यूपी सरकार के आदेश के बाद गुरुवार को विधायक कुलदीप सेंगर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. पुलिस ने पॉक्सो समेत कई धाराओं में विधायक के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
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