UNSC On Pulwama Terror Attack: 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आंतकी हमले की संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने निंदा करते हुए वैश्विक शांति के लिए बड़ा खतरा बताया. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने आंतकवाद को बढ़ावा देने वालों और आंतकी गतिविधियों के लिए फंडिंग करने वालों खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की.
नई दिल्ली. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने पुलवामा में हुए आंतकी हमले की निंदा करते हुए पीड़ित परिवारों, घायल लोगों और भारत के प्रति गहरी सहानुभूति व्यक्त की है. 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आंतकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे जबकि कई जवान जख्मी हो गए. पुलवामा में हुए इस आंतकवादी हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी. पुलवामा आंतकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में तल्खी एक बार फिर बढ़ गई है. पुलवामा मे हुए हमले की कई देशों ने निंदा की थी.
पुलवामा में हुए आंतकवादी हमले के बाद से भारत-पाक रिश्तों को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक नई बहस छिड़ गई है. भारत-पाक के रिश्ते जैसी ही सामान्य होते हैं वैसे ही कोई आंतकी घटना हो जाती है. इमरान खान के पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनने के बाद यह उम्मीद लगाई जा रही थी कि शायद भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में मजबूती आएं, लेकिन पुलवामा में आंतकी हमले के बाद इमरान खान और उनके मंत्री जिस तरह के बयान दे रहें हैं उससे यह बात साफ हो गई है कि भारत-पाकिस्तान के रिश्तें इतनी आसानी से सामान्य होने वाले नहीं हैं.
पुलवामा आंतकी हमले को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने आंतकवाद को बढ़ावा देने वालें और आंतकवादी गतिविधियों के लिए फंड देनें वालों को खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग की है. सयुंक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने आंतकवाद को पूरे विश्व के लिए खतरा बताया और कहा कि आंतकवाद पूरे विश्व में शांति और सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थापना अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाएं रखने के लिए किया गया था. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पास सुरक्षा से संबंधित अनिवार्य निर्णय घोषित करने का अधिकार है. वर्तमान में सुरक्षा परिषद में कुल 15 सदस्य हैं जिसमें से पांच स्थाई सदस्य और 10 अल्पकालिक सदस्य हैं.