केंद्रीय मंत्री के जे अल्फोंस ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार को साढ़े तीन साल हो चुके हैं और अब तक डेटा लीक का एक भी मामला सामने नहीं आया है.
नई दिल्ली. आधार डेटा धारकों से जुड़ी जानकारियों चोरी होने से जुड़ी खबरों पर केंद्रीय मंत्री के जे अल्फोंस ने सनसनीखेज बयान दिया है. फ्यूचर डिजिटल समिट में कहा अल्फोंस ने कहा कि, ”मैंने यूएस वीजा फॉर्म के लिए 10 पन्नों का फॉर्म भरा था. हमें विदेशियों को अपने फिंगरप्रिंट्स देने या उनके सामने नग्न होने में कोई परेशानी नहीं होती. लेकिन जब आपकी सरकार नाम या अड्रेस मांगती है तो बड़ा आंदोलन होता है और इसे प्राइवेसी में दखलअंदाजी बताया जाता है”.
अल्फोंस ने कहा कि आधार डेटा पूरी तरह सुरक्षित है.सरकार को साढ़े तीन साल से ज्यादा वक्त हो गया है, लेकिन अब तक बायोमीट्रिक डेटा लीक का एक भी मामला सामने नहीं आया. उन्होंने कहा कि सरकार डेटा को पूरी तरह सुरक्षित रखने में जुटी हुई है. इसके लिए अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है.
बता दें कि वहीं गुरुवार को भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) के सीईओ अजय भूषण पांडे ने आधार डाटा की सुरक्षा को लेकर सुप्रीम कोर्ट को बताया था कि कोई भी हैकर डेटा हैक नहीं कर सकता है. उन्होंने बताया कि डेटा की सिक्योरिटी के लिए ‘2048-एनक्रिप्शन की’ का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिसके कारण हैकर सुरक्षा चक्र को किसी हालत में नहीं तोड़ सकते. इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा था कि सुपरकम्पयूटर से इसे हैक करने में हैकर्स को 13 अरब साल लग जाएंगे.
I filled up to 10 pages for US Visa form. We have absolutely no problem giving our fingerprints&getting body naked before the white man at all. When your own govt asks for your name&address there is a massive revolution saying it's intrusion in privacy: Union Minister KJ Alphons pic.twitter.com/PymtYRlvI1
— ANI (@ANI) March 25, 2018
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UIDAI सीईओ अजय भूषण ने कहा- आधार डाटा चुराने के लिए ब्रह्मांड की उम्र लग जाएगी