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Parliament Winter Session: बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण सांस संबंधी बीमारियों के मामलों में हुई बढ़ोतरी

नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया का कहना है कि विभिन्न अस्पतालों के आंकड़ों से पता चलता है कि वायु गुणवत्ता खराब होने पर सांस संबंधी बीमारियों के मामले में वृद्धि हो रही है. दरअसल मंडाविया ने मंगलवार को ‘जलवायु परिवर्तन और मानव स्वास्थ्य पर इसके प्रभाव’ एक राष्ट्रीय कार्यक्रम के दौरान राज्यसभा को […]

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Parliament Winter Session: बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण सांस संबंधी बीमारियों के मामलों में हुई बढ़ोतरी
  • December 20, 2023 12:32 pm Asia/KolkataIST, Updated 12 months ago

नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया का कहना है कि विभिन्न अस्पतालों के आंकड़ों से पता चलता है कि वायु गुणवत्ता खराब होने पर सांस संबंधी बीमारियों के मामले में वृद्धि हो रही है. दरअसल मंडाविया ने मंगलवार को ‘जलवायु परिवर्तन और मानव स्वास्थ्य पर इसके प्रभाव’ एक राष्ट्रीय कार्यक्रम के दौरान राज्यसभा को बताया कि राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र ने 18 राज्यों के लगभग 80 अस्पतालों में निगरानी साइटों के माध्यम से तीव्र श्वसन रोग निगरानी शुरू कर दी गई है. एआरआई डिजिटल निगरानी डेटा अगस्त 2023 में एकीकृत स्वास्थ्य सूचना पोर्टल पर प्रकाशित किया गया था.

बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण…

लोकसभा में मंगलवार को दो बिल पारित किया गया. दरअसल लोकसभा ने वस्तु एवं सेवा कर अपीलीय न्यायाधिकरण (जीएसटीएटी) के अध्यक्ष और सदस्यों के लिए उम्र की सीमा बढ़ाने के प्रावधान वाले केंद्रीय माल और सेवा कर दूसरा संशोधन विधेयक 2023 को मंगलवार को मंजूरी दे दी है. बता दें कि बजट में घोषित सीमा शुल्क और उत्पाद शुल्क में बदलाव को तत्काल प्रभाव से लागू करने के विधेयक को भी पारित कर दिया. साथ ही निचले सदन ने इस बिल पर हुई चर्चा का वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से जवाब दिए जाने के बाद ध्वनि मत से इसे पास कर दिया गया है. साथ ही उन्होंने चर्चा के दौरान कहा कि हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में अपने लंबित मुकदमों को अपीलीय न्यायाधिकरण में लाने की छूट की मांग की गई है.

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बता दें कि केंद्र ने राज्यसभा को बताया कि अप्रैल 2022 और मार्च 2023 के बीच जांच में 89,729 दवा नमूनों में से 2,921 गुणवत्ता मानक के अनुकूल नहीं पाए गए, और परीक्षण करने में 2,900 से अधिक दवाएं बेकार हो जाती है. परीक्षण के बाद भी काफी दवाइयां नकली साबित हो जाती है.

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