Union Budget 2021: कारोना वायरस महामारी की वजह से साल 2020 में आम आदमी की लाइफ और इनकम दोनों ही बहुत हद तक प्रभावित हुई है. देश को एक बुरे समय का सामना करना पड़ा लेकिन साल 2021 की अच्छी शुरुआता कोरोना की वैक्सीन से हो गई है. ऐसे में टैक्सपेयर्स की उम्मीदें और भी ज्यादा बढ़ गई हैं.
नई दिल्ली : 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण साल 2021-22 का बजट पेश करेंगी. जिस पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं. खास तौर पर सभी टैक्सपेयर्स को इस साल के बजट से काफी उम्मीदें हैं. अब देखना यह होगा कि वित्त मंत्री आगमी बजट में टैक्सपेयर्स के लिए कितनी राहत लाती हैं. दरअसल, बात यह है कि कारोना वायरस महामारी की वजह से साल 2020 में आम आदमी की लाइफ और इनकम दोनों ही बहुत हद तक प्रभावित हुई है. देश को एक बुरे समय का सामना करना पड़ा लेकिन साल 2021 की अच्छी शुरुआता कोरोना की वैक्सीन से हो गई है. ऐसे में टैक्सपेयर्स की उम्मीदें और भी ज्यादा बढ़ गई हैं. फिलहाल टैक्स का बोझ घटाने के लिए कितने कदम उठाए जाते हैं, ये तो बजट से ही पता चलेगा.
गौरतलब है कि पिछले साल के केंद्रीय बजट में वित्त मंत्री ने नई आयकर व्यवस्था पेश की थी. नई कर व्यवस्था में पांच लाख रुपये से लेकर 15 लाख रुपये तक की सालाना आय वाले करदाताओं के लिये करकी कम दरों का प्रस्ताव किया गया है. इसके साथ ही वित्त मंत्री ने कई तरह की कर रियायतों और छूट को समाप्त कर दिया. पुरानी कर व्यवस्था में 120 के करीब छूट और रियायतें दी गईं थी इनमें से 70 को हटाया गया है.
बता दें कि वर्तमान में इनकम टैक्स एक्ट 80 CCE के तहत सेक्शन 80C, 80CCC और 80CCD(1) के तहत एक साल में कुल 1.50 लाख रुपये की आमदनी पर आयकर से छूट मिलती है. इससे सेविंग्स को लेकर लोग ज्यादा अट्रैक्ट होंगे. कई टैक्स सेविंग्स निवेश इस सेक्शन के तहत आते हैं. वहीं अब इसे बढ़ाकर 2.5 लाख रुपये करने की उम्मीद लोग वित्त मंत्री से लगाए हुए हैं.
गुजरात के लोगों को यूरोपियन स्टाइल का घर दिलाने के मिशन पर अहमदाबाद के रियल स्टेट किंग अजय सोनी