शिलांग/नई दिल्ली। यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि समान नागरिक संहिता भारत के विचार के खिलाफ है. केंद्र सरकार को सभी पहलुओं पर ध्यान रखते हुए कार्य करना होगा. केरल के राज्यपाल ने ये कहा केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने […]
शिलांग/नई दिल्ली। यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि समान नागरिक संहिता भारत के विचार के खिलाफ है. केंद्र सरकार को सभी पहलुओं पर ध्यान रखते हुए कार्य करना होगा.
केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने यूसीसी को लेकर कहा कि जैसे बीते 70 सालों से देश में हिंदू कोड बिल लागू है. वह एक समान रूप से हिंदू, बौद्ध, सिख और जैनों पर लागू है और उसे लेकर आज तक कोई विवाद भी नहीं हुआ है क्योंकि वह किसी के निजी व्यवहार को बिल्कुल टारगेट नहीं करता है. राज्यपाल ने आगे कहा कि जिस रीति रिवाज से केरल में शादी होती है, वैसे उत्तर प्रदेश में नहीं होती है. दोनों प्रदेशों में शादी की परंपरा अलग-अलग है और दोनों जगहों की संस्कृति अलग है. लेकिन इन सबके बावजूद यह कानून दोनों को कभी प्रभावित नहीं करता है.
इससे पहले सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भोपाल में भाजपा के ‘मेरा बूथ, सबसे मजबूत’ कार्यक्रम में यूसीसी को लेकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि वोट बैंक के भूखे लोग हैं जो तीन तलाक की वकालत करते हैं. भारत के मुसलमान भाई-बहनों को ये समझना होगा कि कौन से राजनीतिक दल हैं जो उन्हें भड़काकर उनका फायदा उठाना चाहते हैं. प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि कुछ लोग यूनिफॉर्म सिविल कोड के नाम पर मुस्लिम भाई-बहनों को भड़का रहे हैं क्या एक ही परिवार में दो तरह के नियम चलते हैं?
यूनिफॉर्म सिविल कोड के बारे में पीएम मोदी ने आगे कहा कि लोगों को गलत अफवाह फैलाते हैं कि एक ही परिवार में हर एक के लिए अलग-अलग व्यवस्था होगी। वह आगे सवाल करते हैं कि क्या इस तरह परिवार चल पाएगा? उन्होंने आगे कहा कि एक ओर सुप्रीम कोर्ट डंडा चला रही है कि यूनिफॉर्म सिविल कोड लेकर आओ लेकिन ये वोट बैंक के भूखे लोग नहीं चाहते हैं. वह आगे कहते हैं कि बीजेपी कार्यकर्ताओं के लिए देशहित ही सर्वोपरि है जिनके लिए दल से बड़ा देश है.