गांवो के मुकाबले शहरों में बढ़ी बेरोज़गारी दर, यह राज्य है टॉप पर

नई दिल्ली। देश में बढ़ती बेरोज़गारी के चलते कुछ राज्य ऐसे भी हैं जो राष्ट्रीय औसत से ज्यादा बेरोजगारी की दर को पार कर गए हैं। नवंबर के महीने मे जहां ग्रामीण क्षेत्रों में बेरोज़गारी दर को लेकर सुधार हुआ है, वहीं शहरी क्षेत्रों में बेरोज़गारी और अधिक बढ़ गई है। फिर भी इस बढ़ती […]

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गांवो के मुकाबले शहरों में बढ़ी बेरोज़गारी दर, यह राज्य है टॉप पर

Farhan Uddin Siddiqui

  • December 4, 2022 10:41 am Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली। देश में बढ़ती बेरोज़गारी के चलते कुछ राज्य ऐसे भी हैं जो राष्ट्रीय औसत से ज्यादा बेरोजगारी की दर को पार कर गए हैं। नवंबर के महीने मे जहां ग्रामीण क्षेत्रों में बेरोज़गारी दर को लेकर सुधार हुआ है, वहीं शहरी क्षेत्रों में बेरोज़गारी और अधिक बढ़ गई है। फिर भी इस बढ़ती बेरोज़गारी के चलते कुछ राज्य ऐसे भी हैं जिन्होने इस बुरे वक्त में भी बेरोज़गारी की दर को निम्न स्तर पर बनाए रखा है।

कितनी बढ़ी बेरोज़गारी?

देश में बिहार, हरियाणा, राजस्थान और जम्मू कश्मीर समेत ऐसे 11 राज्य हैं जहाँ नवंबर के माह में राष्ट्रीय औसत से ज्यादा बेरोज़गारी आंकी गई है। सीएमआईई (सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी) ने अपने मौजूदा आंकड़ों मे बताया है कि, नवंबर के महीने में ग्रामीण क्षेत्रों में आधा फीसदी का सुधार बेरोज़गारी दर में हुआ है और वहीं शहरों की बात की जाए तो इस महीने भी पौने दो फीसदी बेरोज़गारी दर बढ़ी है। 2 दिसंबर तक यह बेरोज़गारी नवंबर के 8 फीसदी के मुकाबले 8.1 फीसदी पहुंच गई है।

कौन से राज्य है टॉप पर?

सीएमआईई के आंकड़ों के अनुसार हरियाणा मे बेरोज़गारी दर 30.6 फीसदी सबसे ज्यादा है, वहीं राजस्थान में 24.5, जम्मू-कश्मीर में 23.9, बिहार में 17.3, झारखण्ड में 14.3, दिल्ली में 12.7, उत्तर प्रदेश में 4.1 और छत्तीसगढ़ मे सबसे कम 0.1 फीसदी बेरोजगारी दर्ज की गई है।
इन आंकड़ों के मुताबिक शहरी क्षेत्रों में बेरोजगारी पिछले महीने से पौने दो फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है, जिससे यह दर 8.96 पहुंच गई है, वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में आधा फीसदी की कटौती के साथ 7.55 फीसदी रही।

क्यों बढ़ रही है बेरोज़गारी?

इस दौरान सूत्रों के मुताबिक मिली जानकारी के अनुसार केंद्र सरकार आने वाले बजट में ग्रामीण क्षेत्रों में रोज़गार बढ़ाने पर ज्यादा ध्यान दे सकती है। कारोबारियों और लेबर यूनियनों ने सरकार को ग्रामीण इलाकों में निवेश बढ़ान के सुझाव दिए हैं।
विशेषज्ञ का कहना है कि, वैश्विक आर्थिक सुस्ती के चलते भारत में आईटी क्षेत्र पर सबसे ज्यादा असर देखने को मिल रहा है। ग्लोबल हंट के मैनेजिंग डायरेक्टर सुनील गोयल ने कहा कि, क्षेत्र की बड़ी कंपनियो के ऑर्डर में अतार चढ़ाव देखने को मिल रहा है। जिसके चलते कुछ जगह पर छंटनी देखने को मिल रही है।

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