लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी के विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और उनके सरकारी गनर की शुक्रवार को प्रयागराज में हत्या कर दी गई। अब इस मर्डर केस पर बीएसपी प्रमुख मायावती का बयान सामने आया है। मायावती ने आज कहा कि अतीक अहमद की पत्नी अगर जांच में दोषी पाईं जाती […]
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी के विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और उनके सरकारी गनर की शुक्रवार को प्रयागराज में हत्या कर दी गई। अब इस मर्डर केस पर बीएसपी प्रमुख मायावती का बयान सामने आया है। मायावती ने आज कहा कि अतीक अहमद की पत्नी अगर जांच में दोषी पाईं जाती हैं तो उन्हें बसपा से निष्काषित कर दिया जाएगा।
बसपा प्रमुख ने उमेश पाल हत्याकांड को लेकर ट्वीट कर लिखा कि प्रयागराज में राजू पाल की 18 वर्ष पहले हुई हत्या के केस में मुख्य गवाह उमेश पाल और उनके गनर की हत्या के मामले में अतीक अहमद के लड़के एवं उनकी पत्नी पर एफआईआर दर्ज किये जाने की जानकारी सामने आई है। बीएसपी ने इसका गम्भीरता से संज्ञान लिया है। इस मामले की चल रही जांच में अगर अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन दोषी साबित होती हैं तो उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया जायेगा।
2.बीएसपी ने इसका गम्भीरता से संज्ञान लेते हुये यह निर्णय लिया है कि इस मामले की चल रही जाँच में, इनके दोषी साबित होते ही फिर श्रीमति शाइस्ता परवीन, पत्नी अतीक अहमद, को पार्टी से जरूर निष्कासित कर दिया जायेगा। 2/4
— Mayawati (@Mayawati) February 27, 2023
मायावती ने अपने ट्वीट में आगे लिखा कि यह सर्वविदित है कि अतीक अहमद समाजवादी पार्टी का ही एक प्रोडक्ट है, सपा से वह एमपी और एमएलए आदि भी रहा है। अब राजू पाल की पत्नी भी बसपा से सपा में चली गयी है, जिस पार्टी को वह हत्याकांड का मुख्य दोषी ठहराती थी। अतः इसकी आड़ में अब कोई भी राजनीति करना ठीक नहीं है।
4. इसके साथ ही, यह भी विदित है कि किसी भी अपराध की सजा, बीएसपी द्वारा, उनके परिवार व समाज के किसी भी निर्दाेष व्यक्ति को नहीं दी जाती है, किन्तु यह भी सच है कि पार्टी किसी भी जाति व धर्म के आपराधिक तत्व को बढ़ावा भी नहीं देती है। 4/4
— Mayawati (@Mayawati) February 27, 2023
बीएसपी प्रमुख ने कहा कि यह भी विदित है कि किसी भी अपराध की सजा, बहुजन समाज पार्टी द्वारा, उनके परिवार और समाज के किसी भी निर्दोष व्यक्ति को नहीं दी जाती है। लेकिन यह भी सत्य है कि पार्टी किसी भी जाति और धर्म के आपराधिक तत्व को बढ़ावा भी नहीं देती है।
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