नई दिल्ली। यूक्रेन की डिप्टी फॉरेन मिनिस्टर एमीन झापरोवा 4 दिवसीय भारतीय दौरे पर आने वाली है। रूस-यूक्रेन वार के बीच उनका ये दौरा काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। अपने भारत आने पर विदेश मंत्रालय के कई अधिकारियों के साथ बातचीत करेंगी और पीएम मोदी को यूक्रेन आने का न्यौता भी दे सकती हैं। […]
नई दिल्ली। यूक्रेन की डिप्टी फॉरेन मिनिस्टर एमीन झापरोवा 4 दिवसीय भारतीय दौरे पर आने वाली है। रूस-यूक्रेन वार के बीच उनका ये दौरा काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। अपने भारत आने पर विदेश मंत्रालय के कई अधिकारियों के साथ बातचीत करेंगी और पीएम मोदी को यूक्रेन आने का न्यौता भी दे सकती हैं।
रूस और यूक्रेन के बीच 1 साल से भी ज्यादा समय से जंग जारी है। हालांकि इसके बावजूद दोनों देशों में से कोई भी पीछे हटने को तैयार नहीं है। इस युद्ध में यूक्रेन को अमेरिका सहित कई यूरोपीय देशों से मदद मिल रहा है, वहीं रूस इनके विरोधी देशों की गोलबंदी करने में जुटा हुआ है। इस बीच यूक्रेन की उप विदेश मंत्री एमीन झापारोवा 4 दिवसीय भारतीय दौरे पर हैं। जंग की शुरुआत के बाद झारपोवा का ये पहला भारतीय दौरा है।
बता दें कि विदेश मंत्रालय के मुताबिक दोनों देशों के बीच पिछले 30 साल से संबंध हैं। भारत और यूक्रेन के बीच द्विपक्षीय सहयोग से व्यापार, शिक्षा, संस्कृति और रक्षा के क्षेत्रों में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है।
गौरतलब है कि रूस की तरफ से ये दावा किया जा रहा है कि यूक्रेन की नाटो में शामिल होने की जिद की वजह से उसपर हमला कर रहा है। रूस ने इस युद्ध को स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन कह रहा है। लेकिन इस कदम के बाद रूस को एक तगड़ा झटका लगा है और फिनलैंड ने नाटो की सदस्यता ले ली है।