महाकाल मंदिर के पास अब नहीं बिकेगा मांस, प्रस्ताव पारित

उज्जैन:Mahakaleshwar Temple Ujjain: उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर (महाकाल) मंदिर से एक बड़ी खबर आ रही है। दरअसल, उज्जैन जिले की नगर निगम के सम्मेलन में एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित हुआ, जिसमें निगम सभापति कलावती यादव ने निगमायुक्त रोशन सिंह से महाकाल मंदिर पहुंच मार्ग की मांस की दुकानें हटाने को कहा। उन्होंने कहा है कि मंदिर […]

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महाकाल मंदिर के पास अब नहीं बिकेगा मांस, प्रस्ताव पारित

Ayushi Dhyani

  • February 11, 2023 4:46 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

उज्जैन:Mahakaleshwar Temple Ujjain: उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर (महाकाल) मंदिर से एक बड़ी खबर आ रही है। दरअसल, उज्जैन जिले की नगर निगम के सम्मेलन में एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित हुआ, जिसमें निगम सभापति कलावती यादव ने निगमायुक्त रोशन सिंह से महाकाल मंदिर पहुंच मार्ग की मांस की दुकानें हटाने को कहा। उन्होंने कहा है कि मंदिर के पास मांस बेचने से इलाके से निकलने वाले भक्तों की आस्था आहत होती है। सम्मेलन में और भी कई प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।

मांस-मदिरा बेचना हुआ बंद

जैसी ही सम्मेलन की शुरूआत हुई वैसे ही एमआईसी सदस्य रजत मेहता और पार्षद गब्बर भाटी हाथों मे एक पोस्टर लेकर खड़े हो गए। जहां पर उन्होंने इस पोस्टर के जरिए निगम सभापति कलावती यादव से आग्रह किया कि महाकाल मंदिर को जाने वाले मार्गो पर मांस की दुकाने होने से श्रद्धालुओं की भावनाएं आहत होती है। इससे पहले स्वर्णिम भारत मंच, हिंदूवादी संगठन व साधु संत ने भी इस बात को लेकर आपत्ति जता चुके हैं। उनका कहना है कि इस मार्ग पर मांस मदिरा बेचना बंद होना चाहिए।

खुले में नहीं बिकेगा मांस

इस प्रस्ताव पर सभापति कलावती यादव ने यह अधिकार क्षेत्र निगमायुक्त के पास होने की बात कहते हुए कहा- निगम आयुक्त रोशन सिंह नियमों का पालन करते हुए पूरे शहर के मेन रास्तों पर खुले रूप से मांस मदिरा नहीं बेचे जाने चाहिए। जिससे किसी की धार्मिक भावना आहत नहीं होगी। साथ ही इसका पालन कारोबारियों से भी करवाया जाए।

बता दें कि, महाकाल मंदिर पहुंच मार्ग पर ही बेगमबाग, तोपखाना पर मांस की मांसाहार व्यंजनों की दुकानें हैं। यहाँ खुले रूप से मांस की बिक्री की जाती है। खाराकुआ क्षेत्र मे लगभग 100 से अधिक मांस की दुकानें संचालित हो रही है।

मुल्लापुरा का नाम बदला

वहीं, निगम सम्मेलन के दौरान और भी प्रस्ताव भी पारित हुए, जिसमें वार्ड क्रमांक 12 पार्षद छोटेलाल मण्डलोई के प्रस्ताव पर बड़नगर रोड़ स्थित मुल्लापुरा का नाम बदलकर मुरलीपुरा रखने की मंजूरी दी गई।

 

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