नई दिल्ली। अडानी के शेयर को लेकर जारी की गई हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अरबपति गौतम अडाणी के समूह को अबू धाबी की इंटरनेशनल होल्डिंग कंपनी द्वारा अपनी प्रमुख फर्म की शेयर बिक्री में 40 करोड़ अमेरिकी डॉलर के निवेश का सहारा मिला है। इस निवेश से समूह को अपना विश्वास बहाल करने में […]
नई दिल्ली। अडानी के शेयर को लेकर जारी की गई हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अरबपति गौतम अडाणी के समूह को अबू धाबी की इंटरनेशनल होल्डिंग कंपनी द्वारा अपनी प्रमुख फर्म की शेयर बिक्री में 40 करोड़ अमेरिकी डॉलर के निवेश का सहारा मिला है। इस निवेश से समूह को अपना विश्वास बहाल करने में मदद मिलेगी।
बता दें, इससे पहले हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट सामने आने के बाद कंपनी को लगभग 70 अरब अमेरिकी डॉलर का नुकसान झेलना पड़ा था। जहां 24 जनवरी से एक दिन पहले तक 60 वर्षीय गौतम अडाणी दुनिया के तीसरे सबसे रईस शख्स थे। इस रिपोर्ट के आने के बाद आठवें नंबर पर पहुंच गए। रिपोर्ट पर कंपनी के ऊपर चढ़े कर्जे के स्तर के अलावा कथित स्टॉक हेरफेर और अकाउंटिंग की धोखाधड़ी को लेकर सवाल खड़े किए गए थे।
हालांकि अडाणी समूह ने व्यापारिक समुदाय में विश्वास बहाली के उद्देश्य से रविवार देर रात को हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर 413 पन्नों की प्रतिक्रिया जारी की, लेकिन इससे ज्यादा फर्क नहीं पड़ा और समूह की ज्यादातर कंपनियों के शेयरों की कीमतें गिरती रही।
रिपोर्ट को लेकर कंपनी का कहना था कि, हमारे ऊपर लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद हैं और समूह को बदनाम करने की मंशा से ये आरोप लगाए गए हैं। इस रिपोर्ट को सिर्फ एक उद्देश्य से लिखा गया है- झूठे आरोप लगाकर सिक्योरिटीज के मार्केट में जगह बनाना, जिसके चलते अनगिनत इंन्वेस्टर्स को नुकसान हो और शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग बड़ा आर्थिक फायदा उठा सके। इसके अलावा समूह ने अपने जवाब में हिंडनबर्ग की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठाए थे।